भोपाल: मध्यप्रदेश में दशकों से रह रहे छह पाकिस्तानी प्रवासियों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत बुधवार को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई.
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये शरणार्थी पड़ोसी देश में धार्मिक उत्पीड़न से पीड़ित थे. मिश्रा ने कहा, ‘पड़ोसी देश में धार्मिक आधार पर पीड़ित होकर यहां पहुंचे इन हिन्दू प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है. राज्य सरकार ने कार्रवाई पूरी कर आज इन्हें भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंप दिया.’
मंत्री ने बताया कि जिन छह लोगों को भारतीय नागरिकता दी गई है उनमें नंदलाल और अमित कुमार भोपाल के निवासी हैं जबकि अर्जुनदास मनचंदानी, जयराम दास, नारायण दास और सौशल्या बाई मंदसौर से हैं.
पत्रकारों से बात करते हुए मनचंदानी ने कहा, ‘हमें खुशी है कि सरकार ने हमें नागरिकता प्रदान की है. मैं पिछले 31 सालों से न तो भारतीय था और न ही पाकिस्तानी, लेकिन अब मैं एक भारतीय नागरिक हूं.’
अधिकारियों ने बताया कि ये लोग 1988 से 2005 के बीच पाकिस्तान के सिंध प्रांत से मध्य प्रदेश आए थे और इन्हें नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है.
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