पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए चारों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच घटनास्थल पर ले जाया गया. यह घटना लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई थी.
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तिकोनिया हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा मोनू को 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था और अदालत ने उन्हें 12 से 15 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा था. एक अन्य आरोपी शेखर भारती को 12 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, जबकि अंकित दास और लतीफ उर्फ काले की गिरफ्तारी 13 अक्टूबर को हुई थी. अंकित दास, लतीफ और शेखर भारती 14 से 17 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में थे.
एसआईटी गुरुवार को अंकित दास, लतीफ और शेखर भारती को पुलिस हिरासत में लेने के लिए सुबह जिला जेल परिसर पहुंची. तीनों को रिजर्व पुलिस लाइन स्थित अपराध शाखा कार्यालय ले जाया गया, जहां आशीष मिश्रा मोनू पहले से ही पुलिस हिरासत में है.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे का किसान विरोध कर रहे थे. इसी दौरान किसानों पर अजय मिश्रा के बेटे आशिष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी थी. इस घटना में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी.
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लखीमपुर खीरी: तिकोनिया हिंसा कांड की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) गुरुवार को आशीष मिश्रा मोनू और तीन अन्य आरोपियों को लेकर तीन अक्टूबर को हुई घटना का रीक्रिएशन कराने घटनास्थल पर पहुंची. इस घटना में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी.