नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि क्वाड का विस्तारित एजेंडा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक समृद्धि को बढ़ावा देने और स्थिरता सुनिश्चित करने के घोषित इरादे की पुष्टि करता है और इसके सदस्यों के बीच संबंधों के संरचनात्मक पहलुओं में समानता ने मंच को बढ़ावा देने में मदद की है.
‘ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी’ में वार्षिक जेजी क्रॉफर्ड व्याख्यान देते हुए जयशंकर ने विश्व स्तर पर आ रहे कई बदलावों को लेकर चर्चा की और कहा कि दुनिया कुछ बड़ा करने के कगार पर है तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र की इसमें बड़ी भूमिका होगी.
उन्होंने कहा, ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भू-राजनीतिक अस्थिरता, अफगानिस्तान की जटिल स्थिति और कोविड-19 महामारी के बड़े परिणाम ऐसे तीन मौजूदा उदाहरण हैं.’
क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.
विदेश मंत्री ने क्वाड का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके कार्यों में वैश्वीकरण के परिणामों और दुनिया के आम लोगों की आवश्यकताओं और परस्पर हितों की अभिव्यक्ति को ध्यान में रखा गया है.
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