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Tuesday, 10 December, 2024
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भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का निधन, प्रधानमंत्री ने जताया शोक

पार्टी सूत्रों के अनुसार 72-वर्षीय मोदी ने सोमवार रात करीब नौ बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस ली.

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पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का सोमवार को निधन हो गया. वे कैंसर से पीड़ित थे.

पार्टी सूत्रों के अनुसार 72-वर्षीय मोदी ने सोमवार रात करीब नौ बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस ली.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया और बिहार के विकास में उनके योगदान की सराहना की.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुशील कुमार मोदी के निधन पर शोक जताया और कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी.

प्रधानमंत्री ने सोशल एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है.’’

उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी जी के निधन की सूचना से आहत हूं. आज बिहार ने राजनीति के एक महान पुरोधा को हमेशा के लिए खो दिया.’’

उन्होंने कहा कि मोदी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भाजपा तक संगठन व सरकार में कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया.

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी राजनीति गरीबों व पिछड़ों के हितों के लिए समर्पित रही. उनके निधन से बिहार की राजनीति में जो शून्यता उभरी है, उसे लंबे समय तक भरा नहीं जा सकता. दुःख की इस घड़ी में पूरी भाजपा उनके शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है.’’

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा, ‘‘विद्यार्थी परिषद से लेकर अभी तक हमने साथ में संगठन के लिए लंबे समय तक काम किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सुशील मोदी का पूरा जीवन बिहार के लिये समर्पित रहा. बिहार को जंगलराज से बाहर निकालकर विकास के पथ पर लाने में सुशील मोदी का प्रयास बहुत मददगार रहा है. उनका ना होना असंख्य कार्यकताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है.’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुशील कुमार मोदी का लम्बा सार्वजनिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा और गरीब कल्याण के प्रति समर्पित था.

सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उन्होंने बिहार में पार्टी को मज़बूत और लोकप्रिय बनाने के लिए काफ़ी परिश्रम किया. बिहार के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे. ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे.’’

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मोदी के निधन को अत्यंत दु:खद बताया.

उन्होंने कहा, ‘‘सुशील कुमार जी का जाना बिहार और देश के लिए अपूरणीय क्षति है. व्यक्तिगत तौर पर विद्यार्थी परिषद के दिनों से सुशील जी के साथ काम किया. विचारधारा के लिए समर्पित नेता के तौर पर सुशील जी हमेशा याद रहेंगे.’’

उन्होंने कहा कि बिहार में पार्टी और संगठन को मजबूत करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के विकास के लिए जीवन भर उन्होंने कार्य किया. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को संबल दे.’’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुशील कुमार मोदी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने देश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की. उनका संघर्ष कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा प्रेरणा का कार्य करेगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति दें.’’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए संवेदना व्यक्त की है.

मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘दिवंगत सुशील कुमार मोदी जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही थे. उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी उन्होंने हमारे साथ काफी वक्त तक काम किया. मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन से मैं मर्माहत हूं. मैंने आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया है. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.’’

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से कामना की है कि दिवंगत सुशील कुमार मोदी के परिजनों, समर्थकों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें. बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने सुशील मोदी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी गहरा दुख व्यक्त किया.

भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सुशील मोदी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि. यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है. ओम शांति शांति.’’

बिहार के एक अन्य उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एक्स पर अपने पोस्ट पर लिखा, ‘‘भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जी अब हमारे बीच नहीं रहे. यह संपूर्ण भाजपा संगठन परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे अनगिनत कार्यकर्ताओं के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उन्हें उनके संगठन कौशल, प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर उनके गहन ज्ञान के लिए हमेशा याद किया जाएगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति प्रदान करें.’’

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी एवं बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सुशील मोदी के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है .

लालू प्रसाद ने सन 1974 के छात्र आंदोलन के छात्र नेता सुशील मोदी के निधन पर कहा कि उन्होंने एक संघर्ष और आंदोलन का साथी को खो दिया है, जिनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी.

उन्होंने कहा, ‘‘ सन 1974 के आंदोलन में हम दोनों साथ में संघर्ष और आंदोलन करके अपनी पहचान बनाए थे साथ ही हमारे साथ छात्र आंदोलन में हमारी टीम के सदस्य थे. ’’

सुशील मोदी ने तीन अप्रैल 2024 को खुद के कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी देते हुए एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा था, ‘‘मैं पिछले छह महीने से कैंसर से जूझ रहा हूं. अब मुझे लगता है कि लोगों को इसके बारे में बताने का समय आ गया है. शायद मैं लोकसभा चुनाव के लिए कुछ नहीं कर पाऊंगा.’’

उन्होंने लिखा था, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सब कुछ बता दिया है. मैं हमेशा देश, बिहार और पार्टी के प्रति आभारी और समर्पित रहूंगा.’’

अपने तीन दशकों से अधिक के राजनीतिक जीवन के दौरान सुशील कुमार मोदी ने विधायक, एमएलसी और लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया. उन्होंने 2005 से 2013 तक और फिर 2017 से 2020 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया.

सुशील मोदी 1990 में पहली बार पटना मध्य निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने और उन्हें भाजपा विधायक दल का मुख्य सचेतक बनाया गया.

वर्ष 1996 से 2004 तक वह राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. वह 2004 में भागलपुर से लोकसभा सदस्य बने. उन्होंने 2005 में अपनी लोकसभा सदस्यता छोड़ दी और बिहार विधान परिषद के सदस्य बन गए, जिसके बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने. वह 2020 में राज्यसभा के लिए चुने गए और इस साल की शुरुआत में सेवानिवृत्त हुए.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.


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