scorecardresearch
Wednesday, 24 April, 2024
होमदेशविज्ञान-टेक्नॉलॉजीअब उड़ान के दौरान भी कर सकेंगे इंटरनेट का उपयोग, BSNL को मिला लाइसेंस

अब उड़ान के दौरान भी कर सकेंगे इंटरनेट का उपयोग, BSNL को मिला लाइसेंस

जीएक्स, के बैंड में काम करता है. यह उच्च गति का ब्रॉडबैंड नेटवर्क है. इसे आवाजाही के दौरान बेहतर संपर्क सुविधा के मकसद से तैयार किया गया है.

Text Size:

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनल को देश में इनमारसैट के ग्लोबल एक्सप्रेस (जीएक्स) मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश को लेकर लाइसेंस मिला है. इससे इनमारसैट टर्मिनल का उपयोग कर एयरलाइन के लिए उड़ानों के दौरान और समुद्री जहाजों को उच्च गति की संपर्क सुविधा दी जा सकेगी. बुधवार को यह घोषणा ब्रिटेन की मोबाइल सैटेलाइट संचार कंपनी इनमारसैट ने की.

इनमारसैट इंडिया के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने कहा कि स्पाइसजेट और शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया पहले ही नई जीएक्स सेवाओं के लिए समझौते कर चुकी हैं. इससे 50 एमबीपीएस की क्षमता मिल सकेगी.

उन्होने कहा कि, जीएक्स सेवा की शुरुआत के साथ भारतीय घरेलू एयरलाइंस और अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां को देश के ऊपर से उड़ान के दौरान उच्च गति की संपर्क सुविधा मिल सकेगी. साथ ही यात्री इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे. इतना ही नहीं वो उड़ान के दौरान ऐप के जरिये कॉल भी कर सकेंगे.

इनमारसेट द्वारा जारी बयान में स्पाइसजेट ने कहा कि वह इस साल के आखिर तक नए बोइंग 737 मैक्स विमान पेश करने के साथ अपने यात्रियों को महत्वपूर्ण संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगा.

बयान में कहा गया कि बीएसएनएल को दूरसंचार विभाग से मिले उड़ान और समुद्री संपर्क लाइसेंस (आईएफएमसी) के तहत जीएक्स सेवाएं सभी भारतीय ग्राहकों को मिलेंगी.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें


यह भी पढ़े: CBSE ने जारी किया 10वीं और 12वीं के पहले टर्म का शिड्यूल, माइनर विषयों के लिए भी जारी किए निर्देश


यह घोषणा इसलिए अहम है क्योंकि इसका मतलब है कि भारतीय विमानन कंपनियां देश और विदेश में उड़ान के दौरान संपर्क सुविधा के लिए जीएक्स का उपयोग कर सकेंगी. साथ ही इससे भारतीय समुद्र क्षेत्र में काम करने वाली देश की वाणिज्यिक कंपनियां जहाजों के बेहतर संचालन और चालक दल से जुड़ी कल्याण सेवाओं के लिए अपने जहाजों में डिजिटलीकरण को बढ़ाने में सक्षम होंगी.

बीएसएनएल (भारत संचार निगम लि.) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने कहा कि इस सेवा के लिए कीमत अभी तय नहीं की गई है.

उन्होंने बताया कि ‘हमारी तरफ से बीएसएनएल नवंबर से इन सेवाओं के साथ पूरी तरह से तैयार होगी.’

बीएसएनएल को मिले लाइसेंस के तहत जीएक्स सेवाएं सरकार और अन्य उपयोगकर्ताओं को पेश की जाएंगी. ग्राहकों और भागीदारों के लिए सेवाओं की पेशकश चरणबद्ध तरीके से होगी.

स्पाइसजेट लि. के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि ‘हम अपने यात्रियों को यह सेवा इस साल के अंत तक उपलब्ध कराएंगे.’

जीएक्स क्या है? 

जीएक्स, के बैंड में काम करता है. यह उच्च गति का ब्रॉडबैंड नेटवर्क है. इसे दुनिया में कहीं भी आवाजाही के दौरान बेहतर संपर्क सुविधा के मकसद से तैयार किया गया है. यह सेवा उच्च बैंडविड्थ, विश्वसनीयता और सुरक्षा प्रदान करती है. यह आवाजाही के दौरान वाणिज्यिक और सरकारी स्तर के ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करती है.

इनमारसैट के सीईओ राजीव सूरी ने कहा, ‘आज का दिन इनमारसैट और भारत के साथ हमारी मूल्यवान भागीदारी के लिए अहम है. भारत 1979 में इनमारसैट की स्थापना से जुड़ी संधि पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल है.’


यह भी पढ़े: हड़ताल से जुड़े SC के फैसले के उल्लंघन का गंभीरता से संज्ञान लिया जाएगा: केरल HC


 

share & View comments