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मुंबई, पांच जून (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को समृद्धि महामार्ग के बचे हुए 76 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, 701 किमी लंबा मुंबई-नागपुर गलियारा पूरी तरह चालू हो गया और दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय करीब 18 घंटे से घटकर आठ घंटे रह गया।
फडणवीस ने मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग को ‘‘इंजीनियरिंग का चमत्कार’’ बताया और कहा कि यह ‘‘आर्थिक गलियारा’’ राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल (एमएसआरडीसी) ने कहा कि नासिक जिले के इगतपुरी से ठाणे जिले के भिवंडी तालुका के अमाने के बीच अंतिम खंड के उद्घाटन के साथ, यह छह लेन वाला एक्सप्रेसवे, जिसे आधिकारिक तौर पर ‘हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ कहा जाता है, जल्द ही यातायात के लिए खुल जाएगा।
फडणवीस ने कहा कि एक्सप्रेसवे को प्रस्तावित वाढवण बंदरगाह से जोड़कर वह इसे राज्य के ‘‘आर्थिक गलियारे’’ के रूप में विकसित करने की योजना बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर जल्द ही एक स्मार्ट एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) स्थापित की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि उन्होंने मुंबई और नागपुर के बीच संपर्क सड़क बनाते हुए पाइपलाइन बिछाने के लिए गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) को ‘मार्ग का अधिकार’ दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर जल्द ही एक स्मार्ट एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) स्थापित की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि उन्होंने मुंबई और नागपुर के बीच संपर्क सड़क बनाते हुए पाइपलाइन बिछाने के लिए गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) को ‘मार्ग का अधिकार’ दिया है। SAMRUDDHI EXPRESSWAY
फडणवीस ने कहा, ‘‘यह महामार्ग महाराष्ट्र की समृद्धि का आर्थिक गलियारा है।’’
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना बताया।
वहीं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि एक्सप्रेसवे परियोजना की लागत 55,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 61,000 करोड़ रुपये हो गई।
एमएसआरडीसी की एक विज्ञप्ति के अनुसार, नासिक जिले के इगतपुरी से ठाणे जिले के भिवंडी तालुका के अमाने के बीच अंतिम खंड का उद्घाटन किया गया।
फडणवीस के अलावा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दादा भुसे, शिवेंद्रराजे भोसले और नरहरि जिरवाल मुंबई से लगभग 140 किलोमीटर दूर इगतपुरी में अपराह्न करीब 1.45 बजे आयोजित उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेसवे की सबसे लंबी इगतपुरी सुरंग और पुल का भी निरीक्षण किया।
एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करने के लिए उपमुख्यमंत्री शिंदे एक कार में सवार हुए, जिसमें मुख्यमंत्री फडणवीस आगे की सीट पर उनके बगल में और पवार पीछे की सीट पर बैठे थे। निरीक्षण करीब 45 मिनट तक चला, जिसमें इगतपुरी और अमाने के बीच की यात्रा का समय भी शामिल है।
लौटते समय फडणवीस और शिंदे ने अपनी-अपनी सीट बदल ली और मुख्यमंत्री ने वाहन चलाया।
एमएसआरडीसी ने कहा कि नासिक जिले के इगतपुरी और ठाणे जिले (मुंबई महानगर क्षेत्र का हिस्सा) के अमाने के बीच समृद्धि महामार्ग का 76 किलोमीटर लंबा हिस्सा यातायात के लिए खुल जाने पर दोनों शहरों के बीच की यात्रा मात्र आठ घंटे में पूरी की जा सकेगी।
एमएसआरडीसी ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘पहले पुराने मार्ग से नागपुर से मुंबई की यात्रा में 17 से 18 घंटे लगते थे। इस नये एक्सप्रेसवे के साथ, यह दूरी (नागपुर और ठाणे जिले के अमाने के बीच) आठ घंटे में तय की जा सकेगी।’’
अब तक एक्सप्रेसवे का 625 किलोमीटर हिस्सा यातायात के लिए खोला गया था और करीब दो करोड़ वाहन इसका इस्तेमाल कर चुके हैं।
एमएसआरडीसी ने कहा कि अंतिम खंड के यातायात के लिए खुलने के बाद, ठाणे-मुंबई क्षेत्र से अहिल्यानगर जिले के शिरडी शहर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को कहीं अधिक सुगम यात्रा वाले मार्ग का लाभ मिलेगा।
एमएसआरडीसी के अनुसार, इसके अतिरिक्त शिरडी, अहिल्यानगर, सिन्नर और इगतपुरी (नासिक जिले में) के किसान अपनी कृषि उपज को कम समय में मुंबई महानगर क्षेत्र ले जा सकेंगे।
यह एक्सप्रेसवे भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है और 10 जिलों – नागपुर, वर्धा, अमरावती, वाशिम, बुलढाणा, जालना, छत्रपति संभाजीनगर, अहिल्यानगर, नासिक और ठाणे से होकर गुजरता है।
भाषा सुभाष पवनेश
पवनेश
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