चंडीगढ़: पंजाब के पठानकोट जिले के थरियाल गांव में गत 19 अगस्त की देर रात भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना के रिश्तेदारों को मार डालने वाले लुटेरों के हत्यारे गिरोह ने उसी रात पड़ोस की दो अन्य जगहों पर भी धावा बोला था. लेकिन वहां उनके हाथ कुछ खास लगा नहीं.
इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच कर रही पंजाब पुलिस की एक विशेष जांच टीम को पता चला है कि रैना के फूफा अशोक कुमार के घर में घुसने से पहले लुटेरों ने गांव के एक गोदाम में और फिर पास में ही खाली पड़े एक घर में धावा बोला था.
पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने दिप्रिंट को बताया, लुटेरों ने इन सभी जगहों पर घुसने के लिए एक ही तरीके का इस्तेमाल किया था. जब उन्हें वहां से कुछ हासिल नहीं हुआ तो वह उक्त पीड़ित के घर में घुस गए. लुटेरों के गिरोह के लिए एक ही रात में कई जगह हमला करना आम बात है.
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उस रात रैना के रिश्तेदारों के परिवार के सभी पांच लोगों पर हमला किया गया था. इसमें फूफा अशोक कुमार (58) और फुफेरे भाई कौशल कुमार (32) की मौत हो गई, जबकि क्रिकेटर की बुआ आशा देवी को गंभीर घायल अवस्था में चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गंभीर रूप से घायल एक अन्य फुफेरा भाई एपिन (27) अस्पताल में है, जबकि अशोक कुमार की मां सत्या देवी को छुट्टी दी जा चुकी है लेकिन वह गंभीर सदमे की स्थिति में हैं.
पुलिस ने धारा 458 (घात लगाकर हमला, घर में घुसना या घर में सेंध लगाना), 459 (घर में घुसकर गंभीर चोट देना) और 460 (घर में घुसपैठ के कारण मौत) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
एसआईटी के एक सदस्य ने दिप्रिंट को बताया: ‘एक बड़ी टीम विशेष रूप से इस मामले को देख रही है. वे दिन-रात अपना काम कर रहे हैं. हमें जल्द ही इस मामले में ठोस जानकारी मिल जानी चाहिए.’
बॉलीवुड अभिनेता और भाजपा के स्थानीय सांसद सनी देओल ने सोमवार को एसएसपी से मिलकर इस हाई-प्रोफाइल मामले पर बात की.
पुलिस क्या कर रही
अशोक कुमार, हमले के कारण जिनके सिर पर चोट लगी थी, की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि कौशल कुमार ने पिछले सोमवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया. कुमार सीमा सुरक्षा बल के लिए सरकारी ठेकेदार के तौर पर काम करते थे.
एसएसपी खुराना ने कहा, ‘उनका घर गांव के रिहायशी इलाके में आखिरी था. घटना रात करीब 2 बजे की है. यह तो पता चला है कि दो लोग घर में घुसे थे लेकिन वहां उनकी मदद के लिए कुछ और लोग भी हो रहे होंगे. लुटेरे सीढ़ी का इस्तेमाल करके छत पर चढ़े थे.
उन्होंने आगे बताया, ‘उन्हें तीन लोग, अशोक कुमार, उनके बड़े बेटे कौशल कुमार, और उनकी मां सत्या देवी, करीब 80 वर्ष की बुजुर्ग, छत पर सोते मिले. अशोक कुमार और उनके बड़े बेटे दोनों पर लकड़ी के धारधार टुकड़े से हमला किया गया जो वहीं मौके से मिला है. बुजुर्ग महिला के कानों से उन लोगों ने सोने की बालियां खींचकर निकाल लीं जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. फिर लुटेरों ने छत से घर में उतरकर अशोक कुमार की पत्नी और छोटे बेटे पर हमला कर दिया. उन्होंने जाने से पहले पूरे घर को तहस-नहस कर दिया.
पुलिस ने लुटेरों की पहचान करने के लिए आसपास के घरों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन एसएसपी ने कहा कि ‘इलाके में लगे कई कैमरे काम नहीं कर रहे थे.’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, सड़क पर वाहनों के कुछ विजुअल मिले हैं और हम उस डाटा का विश्लेषण कर रहे हैं. जो भी सुराग हाथ लगा है उस पर काम किया जा रहा है.
पुलिस ने वर्ष के इस समय आम तौर पर यहां आने वाले आपराधी प्रवृत्ति की घूमंतू जनजातियों के अस्थायी घरों पर भी छापा मारा है. कम से कम तीन दर्जन लोग जांच के दायरे में हैं, और अतंरराज्यीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी छापे मारे गए हैं.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि परिवार सदमे की स्थिति में है, लेकिन जांच में हरसंभव सहयोग कर रहा है.
मामले की जांच से संबद्ध एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी ने बताया. ‘आशा देवी गंभीर रूप से घायल हैं. वह पीजीआई में हैं. छोटा बेटा अपिन भी घायल हो गया है और बोल नहीं सकता क्योंकि उसके जबड़े में चोट के कारण पट्टी बंधी है, लेकिन फिर भी उस रात की घटना के बारे में जो याद आ रहा उसका ब्योरा लिखकर दे रहा है. सत्या देवी गंभीर आघात में है. उन्होंने हमें कुछ जानकारी दी है और हम उनके आधार पर काम कर रहे हैं.’
हाई-प्रोफाइल मामला
Till date we don’t know what exactly had happened that night & who did this. I request @PunjabPoliceInd to look into this matter. We at least deserve to know who did this heinous act to them. Those criminals should not be spared to commit more crimes. @capt_amarinder @CMOPb
— Suresh Raina?? (@ImRaina) September 1, 2020
रैना ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए संयुक्त अरब अमीरात में आगामी इंडियन प्रीमियर लीग से खुद को अलग कर लिया है, और पिछले मंगलवार को इस घटना की व्यापक जांच की मांग की.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तब रैना के ट्वीट पर इस मामले में तेजी से कार्रवाई का आश्वासन दिया था.
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