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Sunday, 31 August, 2025
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बारिश का कहर: जम्मू कश्मीर में मृतकों की संख्या 41 हुई, उत्तर भारत के कई हिस्सों में जल जमाव

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(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) भारी बारिश के कारण पंजाब समेत उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निचले इलाकों में जलभराव हो गया, क्षेत्र में कई ट्रेन रद्द करनी पड़ीं और स्कूल बंद करने पड़े।

बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर में बुधवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 41 हो गई, जिनमें से 34 लोगों की मौत वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग में भूस्खलन में हुई है। हालांकि बारिश में कुछ कमी आने से राहत कार्य में तेजी आई है।

बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव के कारण लगातार हो रही बारिश से तटीय राज्य ओडिशा में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दक्षिण भारत में, दक्षिण-पश्चिम मानसून से कर्नाटक के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई और तेलंगाना के निचले इलाकों में पानी भर गया।

राष्ट्रीय राजधानी के लिए अगस्त अब तक का सबसे ज़्यादा बारिश वाला महीना रहा है, जहां सामान्य से 60 प्रतिशत ज़्यादा बारिश दर्ज की गई। यमुना नदी का जलस्तर बुधवार रात आठ बजे पुराने रेलवे पुल के पास 205.35 पर पहुंच गया जो खतरे के निशान से ऊपर है।

हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश यात्रा पर निकले हज़ारों श्रद्धालु, बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण प्रदेश के चंबा में कई जगहों पर फंसे हुए हैं। खराब मौसम के कारण यह यात्रा सोमवार को स्थगित कर दी गयी थी।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अब तक 3,269 तीर्थयात्रियों को बचाया है।

मंगलवार को भारी बारिश, भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने से राज्य के कई हिस्सों में तबाही मची। ब्यास नदी के उफान पर होने से मनाली में भारी तबाही मची, जबकि चंबा ज़िले और मनाली के ज़्यादातर हिस्सों में मोबाइल संपर्क टूट गया।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के 12 में से 10 ज़िलों में कुल 584 सड़कें बंद हैं और चंबा तथा लाहौल-स्पीति ज़िलों से रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है।

जम्मू-कश्मीर में, मंगलवार सुबह से 24 घंटों में उधमपुर में 629.4 मिमी और जम्मू में 380 मिमी बारिश के साथ बारिश के नए रिकॉर्ड बने हैं। क्षेत्र में उफनती नदियों में पूर्वाह्न 11 बजे से कमी के संकेत दिखाई दिए। लेकिन अनंतनाग और श्रीनगर में झेलम नदी बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर गई और कई रिहायशी और व्यावसायिक इलाकों में पानी घुस गया।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में जलाशयों के उफान पर आने और अचानक आई बाढ़ के कारण कई प्रमुख पुलों, आवासीय भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों से 10,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।

अखनूर सेक्टर में उफनती नदी के तेज़ बहाव में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान बह गया। बाद में उसका शव बरामद कर लिया गया।

इस बीच शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने घोषणा की कि जम्मू कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए बृहस्पतिवार को बंद रहेंगे।

उत्तर रेलवे ने बारिश से हुई तबाही के मद्देनजर बुधवार को जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली 58 ट्रेन को रद्द कर दिया जबकि 64 ट्रेन को विभिन्न स्टेशनों पर बीच में ही रोक दिया गया।

एक दिन के निलंबन के बाद रेल यातायात बुधवार सुबह कुछ समय के लिए बहाल हुआ और जम्मू से छह ट्रेन रवाना हुईं। अधिकारियों ने बताया कि चक्की नदी क्षेत्र में बाढ़ और मिट्टी के कटाव के कारण यातायात फिर से रुक गया है।

वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग में भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। मृतकों में से अब तक 24 की पहचान हो चुकी है। इनमें से 14 महिलाएं हैं। वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा दूसरे दिन भी स्थगित रही।

पंजाब कई दिनों की भारी बारिश के बाद भीषण बाढ़ की चपेट में है। राज्य में एनडीआरएफ, सेना और अन्य एजेंसियों ने अपने बचाव अभियान तेज़ कर दिए हैं। वायुसेना ने पठानकोट ज़िले में माधोपुर बैराज के गेट खोलने के लिए तैनात 60 सिंचाई अधिकारियों को हवाई मार्ग से सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि एक अधिकारी लापता है।

राज्य सरकार ने 27 अगस्त से 30 अगस्त तक सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।

एनडीआरएफ और बीएसएफ की टीम ने बुधवार को गुरदासपुर जिले के दबुरी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे 381 छात्रों और 70 शिक्षकों के लिए बचाव अभियान चलाया। ये छात्र स्कूल परिसर और आसपास के इलाकों में बाढ़ के कारण फंसे हुए थे।

बाढ़ प्रभावित पठानकोट में स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि रावी, उझ और जलालियां नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हुई बारिश के कारण रंजीत सागर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद इन नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।

बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर जिले से दो दिनों में 2,000 से ज़्यादा लोगों को बचाया गया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरदासपुर जिले का दौरा करने के बाद अधिकारियों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए राज्य सरकार के हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाने का निर्देश दिया।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक बार फिर बाढ़ के हालात बन रहे हैं और गंगा-यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम चार बजे तक नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 83.98 मीटर दर्ज किया गया।

भारी बारिश से राज्य भर में जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बीच योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने बाढ़ प्रभावित 17 जिलों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं। बाढ़ से 37 तहसीलें और 688 गांव प्रभावित हुए हैं और 2.45 लाख लोगों तथा 30,000 से ज़्यादा मवेशियों को जलमग्न इलाकों से हटाना पड़ा है।

छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने और बस्तर क्षेत्र के चार जिलों के विशाल क्षेत्र जलमग्न हो जाने से पांच लोगों की मौत हो गई तथा 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिलों में सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए, जहां पिछले दो दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं।

तेलंगाना के कामारेड्डी, मेडक और अन्य ज़िलों में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है और छोटी नदियां और अन्य जलाशय उफान पर हैं। दक्षिण मध्य रेलवे ने पटरियों के ऊपर से पानी बहने के कारण दो ट्रेन का मार्ग बदल दिया और एक अन्य को रद्द कर दिया।

राज्य में बुधवार को बारिश से जुड़ी घटना में घर की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु सहित राज्य के कई हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई, जिससे प्रमुख चौराहों पर यातायात जाम लग गया।

मौसम विभाग ने कहा कि राज्य के कई जिलों में 30 अगस्त तक भारी वर्षा होने का अनुमान है। तटीय, मालनाड, उत्तरी आंतरिक और दक्षिणी आंतरिक क्षेत्रों के लिए 29 अगस्त तक ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है।

भाषा आशीष वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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