कोलकाता, 26 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सोशल मीडिया पर वायरल उस वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया, जिसमें एक व्यक्ति तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक शीर्ष नेता की नाबालिग बेटी के साथ कथित तौर पर ‘‘बलात्कार’’ करने के लिए 10 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा करता हुआ दिखाई दे रहा है।
आयोग ने इस मामले में पुलिस से तत्काल कार्रवाई करने की गुजारिश की है। आयोग ने कहा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स उत्तर 24 परगना जिले में मिनाखान ब्लॉक के मलांचा का रहने वाला है।
‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से इस वीडियो को सत्यापित नहीं कर सका है।
आयोग ने कहा, ‘‘पूरा राज्य आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर की दुखद मौत पर शोक मना रहा है, जबकि बदला लेने के लिए एक और बलात्कार का आह्वान करना स्पष्ट रूप से कानून का उल्लंघन है और अगर दंडात्मक उपाय नहीं किए गए तो समाज में एक खतरनाक संदेश जा सकता है। इससे न केवल इस नाबालिग लड़की बल्कि सभी नाबालिग लड़कियों को खतरा हो सकता है।’’
आयोग ने पुलिस से आरोपी को गिरफ्तार करने तथा नाबालिग को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया।
आयोग की अध्यक्ष तूलिका दास ने बशीरहाट पुलिस जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
उन्होंने एसपी से कहा कि वह पत्र मिलने के दो दिन के अंदर आयोग को प्राथमिकी की प्रतियों और अन्य दस्तावेज़ों के साथ कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि आयोग मामले में आगे के कदम उठा सके।
वीडियो की आलोचना करते हुए, टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अपनी गंदी चालों के साथ हमसे राजनीतिक रूप से लड़ो। आपने पहले भी ऐसा किया है। लेकिन आज आपने सीमा पार कर दी है। बच्चों को धमकाना बंद करो। हमारे राष्ट्रीय महासचिव की बेटी को दी गई घटिया स्तर की धमकियों की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है।’’
भाषा नोमान शफीक
शफीक
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