नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार को देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण से संबंधित प्रमाणपत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाने का निर्देश दे क्योंकि यह ‘चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन’ है.
पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल की ओर से इस संदर्भ में आयोग को एक ज्ञापन सौंपा गया. इस ज्ञापन पर कांग्रेस नेताओं रणदीप सुरजेवाला, अश्विनी कुमार, अजय माकन, प्रणव झा और अमन पंवार के हस्ताक्षर हैं.
कांग्रेस ने ज्ञापन में आरोप लगाया है, ‘मौजूदा विधानसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने और भाजपा के प्रचार के लिए आधिकारिक मशीनरी का खुलकर दुरुपयोग किया है.’
मुख्य विपक्षी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कहा है, ‘कोविड के टीकाकरण से जुड़े प्रमाणपत्र में प्रधानमंत्री की तस्वीर है. यह देश भर के स्वास्थ्यकर्मियों के त्याग एवं कड़ी मेहनत को कमतर करना है…यह चुनाव आचार संहिता और आयोग की ओर से इस बारे में दिए गए पहले के निर्देश का उल्लंघन है.’
कांग्रेस ने आग्रह किया कि निर्वाचन आयोग केंद्र सरकार को निर्देश दे कि देश भर में टीकाकरण से संबंधित प्रमाणपत्र से प्रधानमंत्री की तस्वीर हटाई जाए.
उधर, असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने भी निर्वाचन आयोग में एक प्रतिवेदन देकर आग्रह किया कि प्रदेश की तमूलपुर विधानसभा सीट से उसे नया उम्मीदवार उतारने की अनुमति दी जाए क्योंकि उसके प्रत्याशी ने चुनाव के बीच में ही पाला बदल लिया है.
गौरतलब है कि इस सीट से बीपीएफ के प्रत्याशी रंगजा खुंगुर बासुमतारी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले ही बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए. बासुमतारी जिस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, वहां पर छह अप्रैल को मतदान होगा.
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