अगरतला, 31 अगस्त (भाषा) त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग धनखड़ ने कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने 2021 से साइबर धोखाधड़ी में 51.49 करोड़ रुपये गंवा दिए।
शनिवार को साइबर अपराध पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि 2021 में राज्य के लोगों ने साइबर धोखाधड़ी में 1.98 करोड़ रुपये गंवाए, जबकि 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 25.54 करोड़ रुपये हो गया।
उन्होंने बताया कि हालांकि लोगों में जागरुकता के कारण मामलों की संख्या में कमी आ रही है।
उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कुल 269 लोग साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, जिससे उन्होंने कुल मिलाकर 51.49 करोड़ रुपये गंवा दिए।’’
धनखड़ ने कहा कि कुल राशि में से 33.84 लाख रुपये पहले ही बरामद किए जा चुके हैं और ‘फ्रीज’ किए गए 20,387 बैंक खातों में लगभग 5.76 करोड़ रुपये पड़े हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘साइबर अपराधी आमतौर पर फर्जी बिजली और गैस बिल, फर्जी निवेश योजनाओं, खुद को पुलिस या आयकर अधिकारी बताकर, ओटीपी हासिल, सोशल मीडिया पर प्रताड़ित कर, ऑनलाइन लॉटरी और होटल बुकिंग मंच पर धोखाधड़ी के जरिए लोगों को फंसाते हैं।’’
धनखड़ ने लोगों से एहतियात के तौर पर केवल जरूरी ऐप डाउनलोड करने, जटिल पासवर्ड निर्धारित और उन्हें नियमित रूप से बदलने जैसे कई कदम उठाने की अपील की।
डीजीपी ने लोगों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ के फर्जी सोशल मीडिया विज्ञापनों के प्रति आगाह किया।
भाषा खारी प्रशांत
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