जींद (हरियाणा), तीन अप्रैल (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने रविवार को सफीदों में पराचिकित्सीय महाविद्यालय खोले जाने की रविवार को घोषणा की, जिसमें 50 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि भले ही सफीदों से हमारा विधायक न हो, लेकिन इसे विकास के मामले में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने 226 करोड़ 65 लाख रुपये की लागत से 92 विकास परियोजनाओं की घोषणा भी की।
सफीदों का नाम पॉल्ट्री व्यवसाय में पूरे विश्व में जाना जाता है। इस उद्योग की समस्याओं के निराकरण व इन्हें अधिक सुविधाएं देने के लिए पशुपालन विभाग के उच्चाधिकारियों की एक कमेटी बनाने की घोषणा भी की।
मनोहरलाल सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में विकास रैली को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा का बड़ा भाई है और बड़े भाई का फर्ज बनता है कि छोटे भाई के साथ उल्टा-सीधा व्यवहार न करे। उन्होंने कहा कि पंजाब की नई नवेली सरकार ने गलत निर्णय लेते हुए हरियाणा के हितों के साथ कुठाराघात करना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हरियाणा के खिलाफ पंजाब ने एक प्रस्ताव पास किया है, जिसमें उसने चंडीगढ़ पर अपना हक जताया है। पंजाब ने चंडीगढ़ पर अपना हक तो जता दिया है लेकिन वह एसवाईएल का मुद्दा भूल गया है।’’
उन्होंने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी पंजाब को हरियाणा के हिस्से का पानी देने की बात कही है, लेकिन उसके बावजूद भी पंजाब उस पानी को रोके हुए है। उन्होंने आगे कहा कि जब पंजाब, हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं दे रहा है तो दिल्ली के लिए वही सरकार किस मुंह से हरियाणा से पानी मांग रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पंजाब के 400 हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा भी लंबित है। मुझे तो ऐसा लगता है कुछ लोगों के बहकावे में पंजाब सरकार उल्टे-सीधे फैसले ले रही है। एसवाईएल व हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा हरियाणा की जनता के लिए जीवन व मरण का प्रश्र है।’’
भाषा सं सुरेश
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