नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने भारतीय संगीत परंपराओं को विश्व पटल पर स्थापित करने में अपना अमूल्य योगदान दिया।
मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें हमेशा उनका स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा।
उन्होंने यह भी बताया कि मिश्र 2014 में वाराणसी लोकसभा सीट से उनकी उम्मीदवारी के प्रस्तावकों में से एक थे।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह भाव शहर और इसकी विकसित होती विरासत के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
बयान में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी विरासत संगीतकारों, कलाकारों और संस्कृति के प्रति उत्साही लोगों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
बयान के अनुसार मोदी ने कई बार मिश्र के स्नेह और आशीर्वाद के बारे में बात करते हुए इसे अपना व्यक्तिगत सौभाग्य बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘उनका रिश्ता भारत की शास्त्रीय परंपराओं, आध्यात्मिक गहराई और संस्कृति की परिवर्तनकारी शक्ति के प्रति साझा सम्मान को दर्शाता है।’’
मोदी ने कहा कि मिश्र ने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने और भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर स्थापित करने में अमूल्य योगदान दिया।
मोदी ने बनारस घराने के अग्रणी गायक की सराहना करते हुए कहा कि वह भारतीय कला और संस्कृति के जीवनपर्यंत उपासक रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी प्रस्तुतियों में शहर की संगीत विरासत का सार समाहित था। उन्होंने काशी में अनगिनत छात्रों का मार्गदर्शन किया और यह सुनिश्चित किया कि शहर की संगीत परंपराएं संरक्षित रहें और आगे बढ़ें। वाराणसी में उनका घर शिक्षा, भक्ति और कलात्मक उत्कृष्टता का केंद्र था।’’
प्रधानमंत्री ने उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
मिश्र का बृहस्पतिवार सुबह निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।
भाषा
देवेंद्र अविनाश नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.