पणजी, 25 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान में जन्मे ब्रेंडन वैलेंटाइन क्रैस्टो का भारतीय नागरिकता पाने का 19 साल का इंतजार सोमवार को उस वक्त खत्म हो गया, जब गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उन्हें राष्ट्रीयता प्रमाणपत्र सौंपा। इसके साथ ही वह नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के तहत यह दर्जा पाने वाले राज्य के तीसरे व्यक्ति बन गए।
क्रैस्टो की जड़ें तटीय राज्य से जुड़ी हैं। वर्तमान में एक भारतीय नागरिक से विवाह करने के बाद उत्तरी गोवा के अंजुना में रह रहे हैं।
सावंत ने क्रैस्टो को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपा। वह पोरवोरिम स्थित मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में आयोजित समारोह में अपने पूरे परिवार के साथ मौजूद थे।
क्रैस्टो (44) को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के तहत नागरिकता प्रदान की गई, जो 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों से संबंधित व्यक्तियों को भारतीय राष्ट्रीयता का अधिकार देता है।
मुख्यमंत्री ने समारोह के बाद पत्रकारों से कहा कि गोवा के अधिकारियों को पाकिस्तान में जन्मे क्रैस्टो से सीएए के तहत भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन मिला था।
उन्होंने कहा कि क्रैस्टो ने 2014 में भारतीय नागरिक मेरिलिन फर्नांडीस से विवाह किया था और दो दिसंबर 2006 से वह लगातार भारत में रह रहे हैं।
सावंत ने कहा कि क्रैस्टो भारतीय राष्ट्रीयता प्राप्त करने के लिए नागरिकता अधिनियम, 1955 और 2019 के संशोधित कानून के तहत सभी शर्तों को पूरा करते हैं।
वह सीएए के तहत नागरिकता प्राप्त करने वाले गोवा के तीसरे व्यक्ति बन गए हैं।
सीएए के नियमों को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मार्च 2024 में अधिसूचित किया गया था, जिससे इसके अधिनियमन के पांच साल बाद इसके कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त हुआ।
पाकिस्तान में जन्मे जोसेफ फ्रांसिस परेरा (78) इस अधिनियम के तहत भारतीय नागरिकता पाने वाले गोवा के पहले व्यक्ति थे। उन्हें अगस्त, 2024 में नागरिकता सौंपी गयी थी।
भाषा नेत्रपाल सुरेश
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