भुवनेश्वर, 13 अगस्त (भाषा) ओडिशा के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों द्वारा इलाके में एक बाघ देखे जाने का दावा किए जाने के बाद सुंदरगढ़ जिले के वन क्षेत्र में कई ‘ट्रैप कैमरा’ लगाए हैं।
वन अधिकारियों के अनुसार, स्थानीय लोगों ने जिले के लेफ्रीपाड़ा के वन क्षेत्र में एक बाघ को घूमते देखा।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले सोमवार को सुंदरगढ़ वन प्रभाग के उजालपुर वन रेंज के पास एक गांव में बाघ के पैरों के निशान पाए गए, जिसके बाद अधिकारियों ने उस पर नजर रखने के लिए कई स्थानों पर कैमरे लगाए।
सुंदरगढ़ प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) खुशवंत सिंह ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अभी तक हमने न तो बाघ को सीधे तौर पर देखा है और न ही ‘ट्रैप कैमरा’ में जंगली जानवर की गतिविधि रिकॉर्ड हुई है। हमने अतिरिक्त कैमरे लगाए हैं और क्षेत्र में त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किया है।’’
उन्होंने बताया कि पैरों के निशानों की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे बाघ के हैं या तेंदुए के।
सिंह ने कहा, ‘‘अभी तक हमने लेफ्रीपाड़ा क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी की पुष्टि नहीं की है।’’
उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग एक तस्वीर प्रसारित कर रहे हैं, जो संभवत: हरिद्वार में चार-पांच साल पहले हुई एक घटना की है।
भाषा शफीक पवनेश
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