नोएडा, 25 अगस्त (भाषा) ग्रेटर नोएडा में कथित तौर पर दहेज की मांग को लेकर पति और ससुराल वालों द्वारा जिंदा जलाई गई निक्की भाटी की नृशंस हत्या के मामले की पुलिस जांच जारी है। हालांकि, पड़ोसियों ने दावा किया कि निक्की और उसकी बहन कंचन की सोशल मीडिया गतिविधियों को लेकर भी भाटी परिवार में विवाद था।
सिरसा गांव के निवासियों ने आरोप लगाया कि एक ही परिवार में विवाहित दोनों बहनें अपने घर में ब्यूटी पार्लर चलाती थीं और इंस्टाग्राम पर सक्रिय थीं।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि दोनों बहनें ‘मेकओवर’ से जुड़ी रील पोस्ट करती थीं, जिस पर उनके पति विपिन और रोहित भाटी आपत्ति जताते थे।
पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा, “वे दोनों (निक्की और कंचन) मेकओवर से संबंधित रील बनाकर सोशल मीडिया पर साझा करती थीं लेकिन रोहित और विपिन दोनों को यह पसंद नहीं था, जिसका वे इसका विरोध करते थे।”
वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी ऋषभ ने इस मुद्दे पर 11 मार्च को बहनों और उनके पतियों के बीच हुए झगड़े का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “इसके बाद दोनों बहनें अपने घर चली गईं लेकिन पंचायत के फैसले के बाद वे 18 मार्च को अपने ससुराल वापस आ गईं।”
इस संबंध में एक अन्य पड़ोसी ने कहा, “पंचायत में फैसला हुआ कि दोनों बहनें भविष्य में रील नहीं बनाएंगी। यह कुछ दिनों तक चला लेकिन फिर से उन्होंने रील बनाना शुरू कर दिया और यही उनके बीच तनाव का कारण बना।”
स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया कि विपिन किराने की दुकान चलाने में अपने पिता की मदद करता था, जबकि रोहित व्यवसाय करता था और परिवार के पास खेती की जमीन भी थी।
निक्की के परिवार ने हालांकि इन दावों को खारिज किया और आरोप लगाया कि उसकी हत्या केवल दहेज के कारण की गई।
निक्की के पिता भिकारी सिंह ने कहा, “उनकी बेटी की हत्या के पीछे दहेज ही मुख्य कारण था।”
उन्होंने इस बात को खारिज किया कि सोशल मीडिया पर निक्की की मौजूदगी या ब्यूटी पार्लर की गतिविधियों के कारण विवाद हुआ।
निक्की के पैतृक गांव रूपबास में पड़ोसियों ने भी इस बात का समर्थन किया और विपिन व उसके रिश्तेदारों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया।
निक्की के छोटे भाई अतुल ने आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की।
अतुल ने कहा, “उन्हें (निक्की के ससुराल पक्ष के लोगों को) कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि दूसरों को एक संदेश मिले। रील बनाना या ब्यूटी पार्लर चलाना कोई विवाद का विषय नहीं था क्योंकि वह घर की तीसरी मंजिल पर इसे चलाती थीं। अगर उन्होंने कुछ नहीं किया था तो पड़ोसियों द्वारा उसे अस्पताल ले जाए जाने के बाद वे भाग क्यों गए?”
निक्की के एक और भाई ने आरोप लगाया कि भागने की कोशिश के दौरान पुलिस द्वारा पैर में गोली मारे जाने के बाद भी विपिन को ‘कोई अफसोस’ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “उसके हाव-भाव चौंकाने वाले थे।’’
निक्की को बृहस्पतिवार रात उसके पति और ससुराल वालों ने कथित तौर पर पीटा और फिर जिंदा जला दिया।
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
नेत्रपाल
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