नई दिल्ली: देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों द्वारा एक दर्जी की निर्मम हत्या किए जाने की घटना की निंदा करते हुए बुधवार को कहा कि यह न सिर्फ गैरकानूनी और अमानवीय है, बल्कि इस्लाम विरोधी भी है.
इन संगठनों ने सभी से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह से कानून हाथ में नहीं लेने की अपील की.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना ख़ालिद सैफ़ुल्लाह रह़मानी ने एक बयान में कहा, ‘भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने इस्लाम के पैग़म्बर के बारे में जो अपमानजनक शब्द कहे हैं, वह मुसलमानों के लिए अत्यन्त दुखदायी हैं. इसके साथ ही सरकार का उस पर कोई कार्यवाही न करना ज़ख़्म पर नमक छिड़कने जैसा है. इसके बावजूद क़ानून को अपने हाथ में लेना और किसी व्यक्ति की हत्या कर देना निन्दनीय कृत्य है. न तो क़ानून इसकी अनुमति देता है और न इस्लामी शरीयत इसको जायज़ ठहराती है.’
उन्होंने कहा, ‘पर्सनल लॉ बोर्ड यह अपील करता है कि लोग धैर्य से काम लें और क़ानूनी मार्ग अपनाएं. सरकार से अपील है कि कोई भी पवित्र व्यक्तित्व के अपमान के सम्बंध में सख़्त क़ानून बनना चाहिए और ऐसे मामलों में तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जानी चाहिए.’
दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक बयान में कहा, ‘उदयपुर की घटना ने इंसानियत को हिला दिया. यह घटना न सिर्फ कायराना हरकत है, बल्कि गैर इंसानी और गैर इस्लामी है. मैं भारत के मुसलमानों की तरफ से इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘इस घटना को अंजाम देने वालों ने अगर सही मायने में इस्लाम और पैगम्बर की शिक्षाओं पर अमल किया होता तो यह घिनौनी हरकत नहीं करते.’
जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों धड़ों ने उदयपुर की घटना की निंदा की है.
जमीयत उलमा-ए-हिंद (ए) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने अपने एक बयान में कहा, ‘राजस्थान के उदयपुर में पैगम्बर के नाम पर होने वाली हत्या अमानवीय कृत्य है. यह देश के संविधान और हमारे धर्म के खि़लाफ़ है.’
उन्होंने कहा, ‘हम क़ानून को अपने हाथ में लेने के सदैव विरोधी रहे हैं, उदयपुर की घटना की जितनी भी निंदा की जाए, कम है.’
जमीयत उलमा-ए-हिंद (एम) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा, ‘उदयपुर की घटना मानवता का अपमान और इस्लाम धर्म को बदनाम करने वाला कृत्य है.’
मौलाना महमूद मदनी ने कहा, ‘यह घटना देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती और शर्मनाक है. चाहे कोई भी हत्यारा हो, किसी को भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.’
गौरतलब है कि मंगलवार को उदयपुर में पेशे से दर्जी कन्हैयाल लाल की उनके दुकान में ही दो लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. हत्यारों ने यह कहते हुए ऑनलाइन वीडियो पोस्ट किया कि उन्होंने इस्लाम का अपमान करने के लिये उनका ‘सिर कलम’ किया है.
दर्जी हत्याकांड में शामिल गौस मोहम्मद का पाक संगठन दावत-ए-इस्लामी से लिंक : डीजीपी
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक ने बुधवार को बताया कि उदयपुर में दर्जी की नृशंस हत्या की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या में शामिल गौस मोहम्मद और उसके साथी के पाकिस्तान के इस्लामिक संगठन दावत-ए- इस्लामी से लिंक मिले है.
प्रदेश पुलिस प्रमुख ने बताया कि पुलिस ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या में शामिल मुख्य दो आरोपी के संपर्क में रहने वाले तीन और लोगों को हिरासत में लिया है.
पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘हत्या में शामिल एक आरोपी गौस मोहम्मद के कराची के इस्लामिक संगठन ‘दावत-ए-इस्लामी से लिंक पाये गये है. वह 2014 में करांची गया था. हत्या में शामिल दो मुख्य आरोपियों सहित अभी तक हमने पांच लोगों को हिरासत में लिया है.’
उल्लेखनीय है कि दर्जी की हत्या कर फरार हुए दोनों मुख्य आरोपियों को मंगलवार को राजसमंद के भीम से हिरासत में लिया गया था.
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हत्या के मुख्य आरोपियों के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के साथ साथ अन्य भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.