कोलकाता, 19 मार्च (भाषा) मिशनरीज ऑफ चैरिटी की सुपीरियर जनरल सिस्टर मेरी जोसफ ने शनिवार को कहा कि संस्था की नन यूक्रेन की राजधानी कीव में युद्ध प्रभावितों की सेवा कर रही हैं।
हाल में सुपीरियर जनरल चुनी गईं सिस्टर जोसफ ने भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा और सौहार्द की लंबी पंरपरा रही है और वे समान भाव से अपने-अपने धर्मों का अनुपालन करते हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी पांच सिस्टर कीव में प्रभावित लोगों, बेघरों की सेवा कर रही हैं। हम उनके नियमित संपर्क में हैं, हम उनसे बात करते हैं। वे 33 लोगों की देखरेख कर रही हैं। इनके अलावा वे स्थानीय और अन्य देशों के लोगों की बाहर मदद कर रही हैं। हम किसी को कभी नहीं लौटाते।’’
एमओसी का यूक्रेन में सेवा करने का इतिहास रहा है। मिशन की संस्थापक मदर टेरेसा भी वर्ष 1987 में तत्कालीन सोवियत संघ का हिस्सा रहे यूक्रेन में लोगों की मदद करने जाने में सफल रही थीं।
उन्होंने मिशनरीज ऑफ चैरिटी (एमओसी) के मुख्यालय में भारत के बारे में संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप सड़क पर निकलिए। आपको मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर रास्ते में मिलेंगे। ये प्रार्थना के अलग-अलग स्थान हैं, लेकिन अनुयायी समभाव और समर्पण से प्रार्थना करते नजर आएंगे।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की बहुलवाद की यह भावना धार्मिक मतभेद और विवाद से ऊपर है।
भाषा धीरज सुरेश
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