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Wednesday, 26 June, 2024
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झारखंड सरकार ने जनता के दबाव में नदी, तालाब के किनारे छठ पूजा की दी इजाजत, दिल्ली, मुंबई में रोक जारी

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने छठ पूजा को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी अपने पुराने आदेश को वापस लिये जाने को सनातनियों की जीत बताया है. उन्होंने कहा, ‘यह लोक आस्था के महापर्व के श्रद्धालुओं की जीत है.’

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रांची: छठ पूजा पर हेमन्त सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश में हुए परिवर्तन के बाद छठ पूजा व्रतियों को नदी, तालाब आदि पर पूजा की मिली अनुमति भाजपा ने जनभावना की जीत बताया है.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने छठ पूजा को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी अपने पुराने आदेश को वापस लिये जाने को सनातनियों की जीत बताया है. उन्होंने कहा, ‘यह लोक आस्था के महापर्व के श्रद्धालुओं की जीत है.’

प्रकाश ने कहा, ‘तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ यह जनता की जीत है. हेमन्त सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ जीत है. एक के बाद एक गलत फैसलों के खिलाफ जीत जनता की जीत है.’

उन्होंने कहा कि छठ पूजा समिति, सनातन धर्म संगठन, सामाजिक संगठनों ने हेमन्त सरकार के जनविरोधी फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में चढ़-बढ़ कर हिस्सा लिया और भाजपा उन सभी संगठनों को धन्यवाद करती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि हेमन्त सरकार जनविरोधी नीतियां थोपने में लगी हुई है किन्तु जनविरोध के बाद सरकार को फैसला वापस लेने के लिए बाध्य होना पड़ा.

उन्होंने कहा कि भाजपा आम जन के लिए एक सशक्त विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए सरकार के काले फैसलों का विरोध करती आई है और भविष्य में भी करेगी.

दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-झामुमो की सरकार तुष्टिकरण में इतना डूब गई है कि लगातार जन विरोधी फैसले ले रही है.

उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान भी सरकार ने मूर्ति के आकार पर अपनी थोथी दलील देते हुए बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना को प्रतिबंधित कर दिया, इसी प्रकार कोरोना काल मे एक लाख रुपये का दंड सरकार की नीतियों पर सवाल उठाता है, राज्य की सरकार दिशाविहीन है, जिसमें नेतृत्व क्षमता का अभाव स्पष्ट दिख रहा है.

उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जनविरोधी फैसले लेने से सरकार को बचना चाहिए.

बीएमसी ने मुंबई में समुद्र और नदियों के किनारे छठ पूजा करने पर लगाई रोक

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शहर के प्राकृतिक जलाशयों किनारे बड़े पैमाने पर छठ पूजा करने पर रोक लगाने संबंधी आदेश मंगलवार को जारी किये.

निकाय संस्था ने इसके साथ ही श्रद्धालुओं से भीड़भाड़ से बचने का आह्वान भी किया.

सूर्य देवता को समर्पित छठ पर्व शुक्रवार और शनिवार को मनाया जाएगा.

बीएमसी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि बड़े पैमाने पर छठ पूजा आयोजित करने पर रोक लगाई गई है क्योंकि समुद्र तट और नदी किनारे बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर कोविड-19 महामारी से बचने के लिए जरूरी सामाजिक दूरी का पालन कराने में कठिनाई होगी.

दिल्ली सरकार 20 नवम्बर को छठ पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करेगी

दिल्ली सरकार ने 20 नवम्बर को छठ पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का निर्णय किया है.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 16 नवम्बर को मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि 20 नवम्बर को छठ पूजा के ‘महत्वपूर्ण त्योहार’ के मौके पर सार्वजनिक अवकाश के लिए एक अधिसूचना जारी करें.

दिल्ली भाजपा ने यहां नदी तट, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा पर रोक को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा है.

दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध, विरोध प्रदर्शन करने से रोका था

इससे दो दिन पहले दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों और नदी के तटों पर छठ पूजा करने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर पूर्वांचल नव निर्माण संगठन के सदस्यों ने सोमवार को विधानसभा के पास विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रोक दिया गया था.

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने पिछले सप्ताह एक आदेश में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नदी के तटों, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा नहीं की जाए.

डीडीएमए ने जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस उपायुक्तों को लोगों को अपने घरों पर त्योहार मनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा है.

पूर्वांचल नव निर्माण संगठन के अध्यक्ष संतोष झा ने कहा कि बाद में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ज्ञापन प्रस्तुत कर दिल्ली सरकार से नदी के तटों, पार्कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया गया है.

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