नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनत पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने सोमवार को आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वंचित छात्रों के शैक्षिक उत्थान की उपेक्षा करके डॉ. बी.आर. आंबेडकर के सपनों के साथ ‘धोखा’ किया है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में आंबेडकर की तस्वीरें लगाईं, लेकिन दलितों और वंचित छात्रों के लिए शैक्षिक योजनाओं को लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
राजनेता की यह टिप्पणी उस दिन आई जब विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने संविधान निर्माता आंबेडकर को उनकी 135वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
सचदेवा ने केजरीवाल से पूछा कि 2020 और 2024 के बीच पिछड़ों की शिक्षा के लिए आरक्षित 891 करोड़ रुपये में से केवल पांच प्रतिशत से भी कम (40.80 करोड़ रुपये) ही खर्च किए गए।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पिछले 78 साल में अगर दिल्ली में कोई एक सरकार भारत रत्न डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सपनों के साथ धोखा करने की सर्वाधिक दोषी पाई जाती है, तो वह पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल सरकार है।’’
उन्होंने कहा कि आप के 10 साल के शासन के दौरान केजरीवाल ने दलितों और उत्पीड़ित समुदायों का ‘राजनीतिक शोषण’ किया, उन्हें केवल आंबेडकर की तस्वीरें दिखाईं, लेकिन उनके संदेशों की ‘‘अनदेखी’’ की।
सचदेवा ने दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने दलितों के उत्थान को आंबेडकर की होर्डिंग्स और तस्वीरों तक सीमित कर दिया, और 2020 से 2024 के बीच दलित कॉलोनियों में सुधार के बड़े-बड़े सपने दिखाए।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हालांकि, उन चार वर्षों के दौरान बजट में 260 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन केवल 121 करोड़ रुपये खर्च किए गए, यह राशि केजरीवाल सरकार द्वारा अपने लिए महल बनाने और सचिवालय में मंत्रियों के कार्यालयों को सुसज्जित करने पर खर्च की गई राशि के लगभग बराबर है।’’
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने 2020 में अनुसूचित जाति के छात्रों के कल्याण के लिए ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ शुरू की और 2020 से 2024 के बीच 180 करोड़ रुपये आवंटित किए, लेकिन इस योजना पर केवल 4.4 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
सचदेवा ने कहा कि अल्पसंख्यक, जाति-आधारित पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए ‘जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना’ चार वर्षों में 250 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ शुरू हुई, लेकिन केवल 4.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रतिभा योजना के लिए 2020 से 2024 के बीच आवंटित 461 करोड़ रुपये में से केवल 32.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
भाषा सुरेश माधव
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