scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमदेश'इस हादसे का कवच से कोई लेना-देना नहीं है', बालासोर ट्रेन हादसे पर बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

‘इस हादसे का कवच से कोई लेना-देना नहीं है’, बालासोर ट्रेन हादसे पर बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) आदित्य कुमार ने कहा कि पलटी हुई बोगियों को हटा दिया गया है और एक तरफ से ट्रैक को जोड़ने का काम चल रहा है.

Text Size:

नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बालासोर में बहाली के काम का निरीक्षण किया, जहां दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी की टक्कर से एक बड़ी दुर्घटना हुई थी, जिसमें 288 यात्रियों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “इस दुर्घटना के मूल कारण की पहचान कर ली गई है. पीएम मोदी ने कल घटनास्थल का निरीक्षण किया था. हम आज ट्रैक को बहाल करने की कोशिश करेंगे. सभी शव निकाल लिए गए हैं. हमारा लक्ष्य बुधवार सुबह तक मरम्मत का काम खत्म करने का है ताकि इस ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ना शुरू हो सकें.”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और जांच रिपोर्ट आने दीजिए लेकिन हमने घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली है… यह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ था अभी हमारा फोकस बहाली पर है.”

“इसका कवच से कोई लेना-देना नहीं है. कारण वह नहीं है जो ममता बनर्जी ने कल कहा था. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के चलते हुआ यह हादसा हुआ.”

दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) आदित्य कुमार ने कहा कि पलटी हुई बोगियों को हटा दिया गया है और एक तरफ से ट्रैक को जोड़ने का काम चल रहा है.

आदित्य कुमार ने एएनआई को बताया, “ढँकी हुई बोगियों को हटा दिया गया है … मालगाड़ी की दो बोगियों को भी हटा दिया गया है … एक तरफ से कनेक्टिंग ट्रैक का काम चल रहा है … जल्द से जल्द काम पूरा कर लिया जाएगा.”

इससे पहले शनिवार को रेल मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि ओडिशा के बालासोर में मरम्मत का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.

रेल मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि अधिकारी दुर्घटनास्थल पर बहाली प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं.

रेल मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट – “1000+ जनशक्ति के साथ ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना स्थल पर बहाली का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. वर्तमान में, 7 से अधिक पोकलेन मशीनें, 2 दुर्घटना राहत ट्रेनें, और 3-4 रेलवे और सड़क क्रेन को जल्द से जल्द के लिए तैनात किया गया है.”

भारतीय वायु सेना (IAF) ने मृतकों और घायलों को निकालने के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए. पूर्वी कमान के अनुसार, IAF ने नागरिक प्रशासन और भारतीय रेलवे के साथ बचाव प्रयासों का समन्वय किया.

त्रासदी पर प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि बालासोर जिले के बहानागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी में तीन-तरफ़ा दुर्घटना हुई. शुक्रवार शाम हुए हादसे में इन दोनों पैसेंजर ट्रेनों के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए.


यह भी पढ़ें-जो बाइडन ने ओडिशा रेल हादसे पर जताया दुख, कहा- भारत के दुख से दुखी है अमेरिका


share & View comments