कटरा, जम्मू: “जय शेरा वाली दा” और “भारत माता की जय” के नारों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू को कश्मीर से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई.
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) का हिस्सा यह रेल मार्ग शनिवार से कमर्शियल सेवाओं के लिए खुल जाएगा.
यह नई सेवा न केवल जम्मू को कश्मीर से रेल लिंक के ज़रिए जोड़ेगी, बल्कि कश्मीर को पहली बार पूरे भारत से भी जोड़ेगी. हालांकि, सड़क और हवाई संपर्क पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन इस क्षेत्र की चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति और कठिन भूभाग के कारण रेल संपर्क महत्वपूर्ण है.
नई रेलवे लाइन से जम्मू क्षेत्र और श्रीनगर के बीच यात्रा के समय में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है.
कटरा-श्रीनगर मार्ग का किराया चेयर कार के लिए 715 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1,350 रुपये है.
रेलवे के प्रवक्ता दिलीप कुमार ने कहा, “यह न केवल एक नई रेलवे सेवा है, बल्कि यह इस बात का भी प्रतीक है कि पिछले 11 वर्षों में इस क्षेत्र के रेलवे नेटवर्क ने कितनी प्रगति की है.”
उन्होंने कहा, “हम इतिहास बनते हुए देख रहे हैं. यह रेलवे लाइन एक चमत्कार है, और हर मौसम में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.”
जम्मू को कश्मीर से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के अंदर | फोटो: अनीषा नेहरा/दिप्रिंट
इसका उद्घाटन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ हफ्ते बाद हुआ है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. तब से कश्मीर में पर्यटन में भारी गिरावट देखी गई है. इस रेल लिंक को सामान्य स्थिति बहाल करने और पर्यटकों को घाटी में फिर से आने के लिए आमंत्रित करने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है.
श्रीनगर में एक शॉल बेचने वाले ने कहा, “पहले टूरिस्टों की भारी भीड़ के कारण डल झील पर चलने के लिए जगह नहीं होती थी. अब, हम मुश्किल से कुछ लोगों को देख रहे हैं. उम्मीद है कि यह रेलवे लाइन सामान्य स्थिति बहाल करेगी.”
यात्रा का समय कम करना
वंदे भारत एक्सप्रेस को कटरा से श्रीनगर तक की यात्रा में केवल 3 घंटे लगेंगे. सड़क मार्ग से इस यात्रा में लगभग 6-7 घंटे लगते थे. पहली बार, दो वंदे भारत ट्रेनें लगातार चलेंगी — एक कटरा से और दूसरी श्रीनगर से — दोनों को प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखा दी है.
प्रधानमंत्री ने दो प्रमुख इंजीनियरिंग स्थलों का भी उद्घाटन किया. एक है चिनाब रेल ब्रिज, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो नदी तल से 359 मीटर ऊपर है, जो कि एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है. यह 1,315 मीटर लंबा है और USBRL का हिस्सा है. इसे भूकंपीय और हवा की स्थिति का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. मोदी ने चिनाब पुल का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय ध्वज लहराया.
#WATCH | J&K: Prime Minister Narendra Modi waves the Tiranga as he inaugurates Chenab bridge – the world’s highest railway arch bridge.#KashmirOnTrack
(Video: DD) pic.twitter.com/xfBnSRUQV5
— ANI (@ANI) June 6, 2025
दूसरा है अंजी खाद पुल, जो भारत का पहला केबल-स्टेड रेलवे पुल है. जम्मू से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित यह पुल अंजी नदी पर बना है और इसका निर्माण हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किया है.
USBRL 271 किलोमीटर के क्षेत्र को पार करेगा जिसमें 36 सुरंगें और 943 पुल शामिल हैं. इसे 43,780 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
अंतिम लॉन्च से पहले, कई ट्रायल रन किए गए. आखिरी बार, सेना और सुरक्षाकर्मी ट्रेन में सवार हुए क्योंकि यह चेनाब ब्रिज से गुज़री थी, ताकि हवा के प्रतिरोध और सुरक्षा प्रोटोकॉल का आकलन किया जा सके. अधिकारियों के अनुसार, पुल को 260 किमी/घंटा तक की हवा की गति का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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