धर्मस्थल/बेलथांगडी, आठ अगस्त (भाषा) कर्नाटक के धर्मस्थल नामक स्थान पर लोगों को कथित तौर पर सामूहिक रूप से दफनाए जाने के मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक अज्ञात शिकायतकर्ता एवं गवाह की ओर से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर शुक्रवार को बोलियार में एक नए स्थान पर तलाशी अभियान चलाया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, नयी जानकारी से कुछ विशिष्ट सुराग मिले, जिसके बाद टीम ने उस क्षेत्र की जांच की। कड़ी सुरक्षा के बीच किए गए निरीक्षण के दौरान एसआईटी के साथ फोरेंसिक विशेषज्ञ और तकनीकी कर्मचारी भी मौजूद थे।
एसआईटी ने अभी तक नए स्थान से प्राप्त निष्कर्षों के बारे में कोई विवरण जारी नहीं किया है।
अधिकारियों ने कहा कि सभी सुरागों की बारीकी से जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई फोरेंसिक आकलन व कानूनी प्रक्रियाओं के आधार पर की जाएगी।
अधिकारियों ने मीडिया और आम लोगों से अटकलों से बचने और एसआईटी को बिना किसी हस्तक्षेप के अपना काम पूरा करने देने का आग्रह किया है।
पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में सामूहिक हत्या, बलात्कार और अवैध तरीके से लोगों को दफनाए जाने के आरोप सामने आने के बाद राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था।
इस मामले में एक पूर्व सफाई कर्मचारी शिकायतकर्ता है, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है। व्यक्ति ने दावा किया है कि वह 1995 से 2014 के बीच धर्मस्थल में कार्यरत था।
उसने आरोप लगाया कि उसे कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया, जिनमें महिलाओं और नाबालिगों के शव भी शामिल थे।
व्यक्ति का कहना है कि कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान थे।
इन दावों के संबंध में उसने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है।
इस बीच, इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कथित रूप से आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट साझा करने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए।
अधिकारियों ने बताया कि छह और सात अगस्त के बीच प्राप्त शिकायतों के आधार पर दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथांगडी शहर में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
भाषा इन्दु जोहेब
जोहेब
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