scorecardresearch
Thursday, 25 April, 2024
होमदेशअपराधकन्नौज की लड़की का बलात्कारी ‘साइकोपैथ’, कई नाबालिगों की ‘हत्या, यौन-उत्पीड़न’ कर चुका है

कन्नौज की लड़की का बलात्कारी ‘साइकोपैथ’, कई नाबालिगों की ‘हत्या, यौन-उत्पीड़न’ कर चुका है

संदिग्ध रामजी वर्मा के खिलाफ कम से कम चार मामले हैं, दो मामले नाबालिगों के यौन-उत्पीडऩ और हत्या के हैं. पुलिस के मुताबिक, मार्च 2018 में उसे एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश के लिए गिरफ्तार किया गया था.

Text Size:

कानपुर/कन्नौज: दिप्रिंट को पता चला है कि कन्नौज के गुरसहायगंज के सरकारी गेस्ट हाउस में कथित तौर पर एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का संदिग्ध शख्स किशोर/किशोरियों के यौन उत्पीड़न का अपराधी रहा है.

खून से लथपथ एक नाबालिग की मदद की गुहार का वीडियो वायरल होने के कुछ दिनों बाद, पुलिस ने दिप्रिंट को बताया कि उन्होंने संदिग्ध की पहचान 22 वर्षीय रामजी वर्मा के रूप में की है, जो पड़ोसी फर्रुखाबाद जिले के खुदागंज का रहने वाला है.

पुलिस ने बताया कि वर्मा के खिलाफ कम से कम चार आपराधिक मामले हैं. दो नाबालिग लड़कों के साथ छेड़खानी और हत्या के हैं. उसे एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की कोशिश के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया था.

तीनों मामले 2018 के हैं और 17 दिनों के भीतर हुए हैं. पुलिस ने बताया कि उस समय वर्मा नाबालिग था और बलात्कार की कोशिश के मामले में मार्च 2018 में उसे बाल सुधार गृह भेजा गया था.

गुरसहायगंज थाने के प्रभारी राजकुमार सिंह ने दिप्रिंट को बताया, ‘हमने रामजी वर्मा को आरोपी के रूप में पहचाना. वह एक मनोरोगी (साइकोपैथ) अपराधी है, जिसका नाबालिगों के खिलाफ अपराधों का इतिहास रहा है और उसे पहले भी सजा सुनाई गई थी. उसे लगभग एक साल पहले जमानत पर रिहा किया गया था.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

हालांकि, कन्नौज के एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि वे गिरफ्तारी के बाद ही वर्मा के आपराधिक इतिहास पर कोई टिप्पणी करेंगे.


यह भी पढ़ें: पोर्ट ब्लेयर के 2 ब्यूरोक्रेट्स पर यौन शोषण का आरोप, युवती बोली- सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने बुलाया


कन्नौज के गुरसहायगंज में 23 अक्टूबर को नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार के बाद उसे खून से लथपथ हालत में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के पास छोड़ दिया गया था. वर्मा तब से फरार है. एक पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘रविवार से उसका मोबाइल स्विच ऑफ है.’

पहले एफआईआर किसी अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363 (अपहरण), 376/511 (बलात्कार की कोशिश), 307 (हत्या की कोशिश) और पॉस्को अधिनियम की धारा 7 और 8 के तहत दर्ज की गई थी.

इस बीच, लडक़ी फिलहाल कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल की बाल चिकित्सा आईसीयू में भर्ती है.

‘हमले की शिकार लडक़ी बार-बार, शायद यही सोच रही थी कि वह मर चुकी है’

चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी लड़की 23 अक्टूबर को एक खरीदे गुल्लक को बदलने गई थी और स्थानीय बाजार से लापता हो गई थी. उसके पिता ने दिप्रिंट को बताया, ‘उसने दो गुल्लक खरीदे थे और जब वह घर पहुंची तो एक टूटा हुआ था. वह उसे बदलने के लिए बाजार गई और वापस नहीं आई.’

पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्मा लड़की को जबरन पुराने उजाड़ डाक बंगले, जो फिलहाल में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस है, में ले गया और वहां उसने बार-बार उसे ईंट से मारा.

जांच-पड़ताल की जानकारी रखने वाले कन्नौज पुलिस के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि बाजार में लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज में वर्मा को लड़की से बात करते देखा गया है. उस पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि आरोपी ने उसे किसी तरह बहला-फुसलाकर डाक बंगला के पीछे वाली सड़क की ओर ले गया. लड़की ने शुरू में उसका विरोध नहीं किया, लेकिन जब उसने बंगले में उसे घसीट कर ले जाने का विरोध किया, तो उसने बार-बार उसके सिर पर ईंट से वार किया.

डाक बंगले के एक सुरक्षा गार्ड सूबेदार ने दिप्रिंट को बताया कि उस दिन शाम को करीब 4 बजे मवेशी चरा रहे कुछ लड़कों ने उसे खून से लथपथ एक लड़की के बारे में खबर दी.

उसने बताया, ‘लड़की को खून से लथपथ देखकर मैं घबरा गया. उसके सिर से खून बह रहा था. उसके चेहरे और सिर पर कई चोटें थीं. मैं पास के गुरसहायगंज पुलिस थाने पहुंचा और एसएचओ को सूचित किया.’

उसने बताया कि ‘उस जगह लौट कर आने में 30 मिनट लगे, तब तक भीड़ जमा हो चुकी थी. कई लोग वीडियो बना रहे थे.’

लड़की के माता-पिता ने बताया कि स्थानीय थाने के प्रभारी मनोज पांडे पीड़िता को पास के अस्पताल ले गए.

लड़की को अस्पताल ले जाते हुए देखने वाले एक पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि संदिग्ध उसे मरा समझ कर बंगले के पीछे खेतों की ओर भाग गया होगा.

लड़की के परिवार वालों ने दिप्रिंट को बताया कि उन्हें घटना के बारे में रविवार शाम 5 बजे के बाद पता चला, तब तक पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी.

उसके माता-पिता ने बताया कि उसे पहले कन्नौज के तिरवा में एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन बाद में उसकी चोटों की गंभीरता को देखते हुए कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में रेफर कर दिया गया. लड़की के पिता ने कहा कि वहां से उसे रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया क्योंकि सही इलाज नहीं हो पा रहा था.

रीजेंसी अस्पताल के एक प्रशासनिक अधिकारी ने बुधवार को दिप्रिंट को बताया कि लड़की को गंभीर हालत में लाया गया था. वह पिछले चार दिनों से आईसीयू में है.

उस अधिकारी ने कहा, ‘सरकारी अधिकारी ही यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कह सकेंगे.’ उन्होंने बताया कि हालांकि उसकी हालत स्थिर है, मगर डॉक्टर 48 घंटों के बाद ही सही स्थिति बता सकते हैं.

अस्पताल के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि उसके गुप्तांगों, सिर और चेहरे पर चोट के निशान हैं.

बलात्कार के आरोप के बारे में पूछने पर कन्नौज के एसपी ने दिप्रिंट को बताया कि डॉक्टरों की एक टीम ने प्रारंभिक जांच में बलात्कार का खंडन किया है लेकिन फॉरेंसिक जांच के नतीजों का इंतजार है. उन्होंने कहा, ‘लड़की के साथ बलात्कार हुआ या नहीं, इसकी पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही की जा सकती है. प्रारंभिक जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं होती है.’

‘किशोर अपराधी, मनोरोगी हत्यारा’

लड़की के मामा ने दिप्रिंट को बताया कि परिवार के लोगों ने पहले कभी संदिग्ध को नहीं देखा था. लेकिन सीसीटीवी फुटेज में उसे लड़की से बात करते हुए देखा गया, तो उसके चचेरे भाइयों ने उसे खुदागंज में घेर लिया.

दिप्रिंट को उपलब्ध दो सीसीटीवी फुटेज में वर्मा बाजार में लड़की के आगे चलते और बाद में उससे बात करते हुए दिखता है. उन्होंने दिप्रिंट को बताया, ‘जब हमने सीसीटीवी फुटेज देखा, तो हमने भी तलाश करना शुरू किया. एक चचेरे भाई ने वर्मा और उसके भाई को पकड़ लिया, लेकिन वह भाग निकला. भागने से पहले उसने कहा कि अपराधी वह नहीं, उसका भाई है. उसके भाई को हिरासत में ले लिया गया है.’

गुरसहायगंज के एसएचओ राज कुमार सिंह ने पुष्टि की कि संदिग्ध के बड़े भाई से पूछताछ की गई थी. पुलिस के मुताबिक, वर्मा के खिलाफ यौन उत्पीड़न का यह पहला मामला नहीं है.

उसने कथित तौर पर 23 फरवरी 2018 को फर्रुखाबाद के कमालगंज में एक 6 साल के बच्चे के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया और उसकी हत्या कर दी. हफ्ते भर बाद खबर मिली कि इसी तरह का एक और अपराध पांच साल के बच्चे के साथ किया गया. अगले दिन, उसे कथित तौर पर एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया.

वर्मा के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर में हत्या और यौन उत्पीड़न से संबंधित आईपीसी की धाराओं के साथ-साथ बच्चों के यौन उत्पीड़न संरक्षण अधिनियम (पॉस्को) के तहत मामले दर्ज हैं.

कमलगंज थाने के एक पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि वर्मा मार्च 2018 में बलात्कार की कोशिश के मामले में पकड़ा गया था.

उन्होंने कहा, ‘उसे गिरफ्तार करके पुलिस हिरासत में रखा गया था, तो उसने दो और मामलों में शामिल होने की बात कबूल की थी, जिसमें कमलगंज और कन्नौज सदर में दो लड़कों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार के बाद उनकी हत्या कर दी गई थी. फिलहाल सभी मामले नाबालिग न्याय अदालत में चल रहे हैं क्योंकि तब उसे किशोर मानकर मुकदमा दर्ज किया गया था.

खुदागंज के लोग अपने बच्चों की हिफाजत की खातिर डरे हुए हैं. गांव के एक निवासी लंकुश वर्मा ने दिप्रिंट को बताया, ‘वह यहां का जाना-माना अपराधी है.’

उन्होंने बताया, ‘मार्च 2018 में, पड़ोस के गुरसहायगंज इलाके के कुछ स्थानीय लोगों ने उसे एक नाबालिग लड़की से बलात्कार करने की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था. गांव में कोई उसके परिवार से बात नहीं करता. कोई भी अपनी बेटियों की शादी उससे या उसके तीन भाइयों में से किसी से करने को तैयार नहीं है. उसका पिता शराबी है.’

कमालगंज पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि वर्मा जब 4 मार्च 2018 को छिबरामऊ कोर्ट में ले जाया गया तो पुलिस हिरासत से फरार हो गया था.’

उस अधिकारी ने बताया, ‘उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और 511 (जेल की सजा वाले अपराध करने की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया गया था. जल्द ही उसे पकड़ लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. उस पर किशोर अपराधी के तौर पर मुकदमा चलाया गया था.’

रिपोर्टों के मुताबिक, वर्मा को 2017 में चोरी के एक मामले में भी पकड़ा गया था.

‘तेज-तर्रार, इंस्टाग्राम का चतुर अपराधी’

दिप्रिंट को उपलब्ध वर्मा के इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक, वह खासकर इस साल जनवरी से बेहद सक्रिय है और उसकी आखिरी पोस्ट 1 अक्टूबर की है.

वर्मा ने 14 जनवरी को फर्रुखाबाद के किशोर सुधार गृह के अंदर का एक वीडियो पोस्ट किया और कैप्शन के मुताबिक वीडियो पिछले साल 15 अगस्त का है. कैप्शन में लिखा है, ‘15 अगस्त को बच्चा जेल (सुधार गृह) में दिल खोलकर डांस किया.’

14 जनवरी की एक अन्य पोस्ट में वर्मा अपने साथी कैदियों के साथ एक तस्वीर में दिखता है. कई अन्य तस्वीरों में वह हैदराबाद में अलग-अलग जगहों पर दिखता है.

कन्नौज के एक पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर वर्मा खुद पोस्ट करता रहा है. उस अधिकारी ने बताया, ‘वह स्मार्ट, सोशल मीडिया-प्रेमी अपराधी है. वह सिर्फ यौन उत्पीड़न और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों से जुड़ा है. वह पहले ही दो हत्याएं कर चुका है और एक नाबालिग लड़की को लगभग मार ही डाला था. वह जानता है कि कैसे बचना है.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: गाजियाबाद गैंगरेप मामले में आरोपियों और पड़ोसियों को झूठे केस में फंसाया, ‘साजिश’ रचने का आरोप


 

share & View comments