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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशअपराधपोर्ट ब्लेयर के 2 ब्यूरोक्रेट्स पर यौन शोषण का आरोप, युवती बोली- सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने बुलाया

पोर्ट ब्लेयर के 2 ब्यूरोक्रेट्स पर यौन शोषण का आरोप, युवती बोली- सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने बुलाया

21 साल की एक युवती ने अंडमान और निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव और उनके लेबर ऑफिसर पर दो बार यौन हमला करने और शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने का आरोप लगाया है.

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नई दिल्ली: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर की एक 21 साल की युवती ने दो सेवारत नौकरशाहों – केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव और उनके लेबर कमिश्नर – पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने इस साल अप्रैल से मई के बीच उनका यौन शोषण किया गया.

अंडमान और निकोबार पुलिस के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि महिला की शिकायत के अनुसार, उसे एक होटल के मालिक ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लेबर कमिश्नर आरएल ऋषि से मिलवाया था. इसके बाद ऋषि कथित तौर पर उसे जितेंद्र नारायण के आवास पर ले गए, जो उस समय के मुख्य सचिव थे. महिला का आरोप है कि उसे नारायण के पोर्ट ब्लेयर स्थित आवास पर बुलाया गया, जहां उसे शराब पीने के लिए कहा गया. बाद में दोनों लोगों ने उसका कथित तौर पर यौन शोषण किया.

शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया है कि दो सप्ताह बाद दोनों ने उन्हें पूर्व मुख्य सचिव के आवास पर फिर से रात 9 बजे बुलाया था और फिर से उस पर यौन हमला किया. युवती ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने धमकी दी कि अगर उसने अधिकारियों के खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

शिकायतकर्ता ने कहा कि घटना के बाद उसने अंडमान और निकोबार पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया.

नारायण मौजूदा समय में दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं. उन्होंने सरकार को दिए गए लिखित जवाब में आरोपों से इनकार किया है.

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गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, मामले की जांच चल रही है. नारायण से मंत्रालय को एक औपचारिक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था, जिसमें उन्होंने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि वह पीड़िता द्वारा अपनी शिकायत में उल्लिखित तारीखों पर केंद्रीय शासित प्रदेश में भी नहीं थे. सरकार के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि उन्होंने युवती पर ऐसे किसी अधिकारी के इशारे पर उनके खिलाफ ‘झूठी शिकायत’ दर्ज करने का आरोप लगाया है, जिसके खिलाफ उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव के रूप में काम करते हुए कार्रवाई की थी.

दिप्रिंट ने फोन से नारायण और ऋषि से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. प्रतिक्रिया मिलने के बाद कॉपी को अपडेट कर दिया जाएगा.

‘मामला दर्ज करने में देरी’

अंडमान और निकोबार पुलिस के सूत्रों के अनुसार, एक अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया. महिला ने न्यायपालिका से संपर्क किया और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पोर्ट ब्लेयर ने शहर के एबरडीन पुलिस स्टेशन में मामले की जांच का आदेश दिया.

सूत्रों के अनुसार दो अधिकारियों के साथ-साथ होटल के मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, जिसकी पहचान पुलिस सूत्रों ने रिंकू के रूप में की है.

अंडमान और निकोबार पुलिस के एक सूत्र ने कहा, ‘मामले की जांच चल रही है. आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. एसआईटी और मजिस्ट्रेट के समक्ष महिला का विस्तृत बयान दर्ज कर लिया गया है.

पुलिस के एक दूसरे सूत्र ने कहा कि शुरुआती जांच में नारायण के घर के सीसीटीवी फुटेज समेत सबूतों से महिला के आरोपों की पुष्टि हो गई है.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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