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Monday, 18 November, 2024
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कंगना रनौत विवाद में घिरी, कहा- 1947 में मिली आजादी ‘भीख’ थी, असली आजादी तो 2014 में मिली

कंगना रनौत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने और कई नेताओ ने उन्हें जमकर ट्रोल किया. कुछ लोगों ने पद्म श्री सम्मान मिलने पर ही सवाल खड़ा किया.

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नई दिल्ली: अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर से अपने नये बयान के कारण विवाद में घिरी गई. कंगना रनौत ने बयान मे कहा 1947 में मिली आजादी ‘भीख’ थी, असली आजादी तो 2014 में मिली.

बुधवार शाम को एक कार्यक्रम के दौरान कंगना ने कहा ‘सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा.

कंगना की बात पर एंकर ने कहा कि इसलिए सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं. इस पर कंगना ने हंसते हुए कहा कि, ‘अभी इस बात के लिए मुझ पर 10 केस और होने वाले हैं.’

कंगना रनौत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने और कई नेताओ ने उन्हें जमकर ट्रोल किया.


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फिर सोशल मीडिया पर घिरी कंगना रनौत

भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा करते हुए लिखा – कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार.

इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह.

वरुण ने कहा, ‘यह राष्ट्र-विरोधी कृत्य है और इसे यही कहा जाना चाहिए. इसे ऐसा नहीं कहना उन लोगों के साथ विश्वासघात होगा. जिन्होंने अपना खून बहाया और आज हम एक देश के रूप में तनकर और आजाद खड़े हो सकते हैं.’

उन्होंने कहा कि लोग कभी हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के असंख्य बलिदानों को नहीं भूल सकते जिसमें लाखों लोगों की जान गयी और कई परिवार तबाह हो गये. उन्होंने कहा कि इन शहादतों को इस ‘शर्मनाक तरीके’ से अपमानित करने को केवल लापरवाही वाला या संवेदनाहीन बयान नहीं कहा जा सकता.

कंगना रनौत का ट्विटर एकाउंट सस्पेंड कर दिया गया. इसलिए उन्होंने इंस्टाग्राम से पलटवार करते हुए लिखा- ‘मैंने बिल्कुल साफ कहा है कि 1857 की क्रांति, पहला स्वतंत्रता संग्राम था, जिसे दबा दिया गया और इसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों के जुल्म व क्रूरता और बढ़ गए तथा करीब एक शताब्दी बाद हमें गांधी जी के भीख के कटोरे में आजादी दी गई.’

दुसरी तरफ सलमान सोज ने अपने ट्विट करते हुए लिखा कि जब रनौत ने कहा कि भारत की वास्तविक आजादी 2014 में मिली, 1947 में नहीं तो कुछ लोगों ने तालियां बजाईं.

यास्मीन किदवई ने कहा, ‘आज मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती है. उन्होंने भारत की आजादी के लिए पूरी जिंदगी दे दी. वह स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री भी थे. आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है. आज के ही दिन वॉट्सऐप से शिक्षित जोकर कंगना रनौत से यह सुनना था.’

आम आदमी पार्टी की प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि उन्होंने कंगना के ‘राजद्रोह वाले और भड़काऊ बयानों’ के लिए मुंबई पुलिस से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘शांति भंग करने के मकसद से जानबूझकर अपमान.’ मेनन ने मुंबई के पुलिस आयुक्त और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘उम्मीद है कि कुछ कार्रवाई होगी.’

अभिनेत्री स्वरा भास्कर, श्रृंखला की दोनों फिल्मों में कंगना के साथ काम कर चुकीं लेकिन उनकी आलोचक स्वरा ने ताली बजाने वालों पर हैरानी जताते हुए कहा ‘तनु वेड्स मनु’ ‘ये कौन बेवकूफ ताली बजा रहे थे, मुझे उनके बारे में जानना है.’

फिल्मकार ओनिर ने कहा, ‘क्या अब से हम नया स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे?’

कंगना का नाम लिये बिना बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा, ‘उसे आप क्या कहेंगे जो जब भी मुंह खोले तो जहर उगले.’

रेडियो जॉकी शाइमा ने कहा, ‘वह अच्छी अभिनेत्री हैं लेकिन मैं अब कभी उनकी अदाकारी नहीं देखूंगी.’

सोशल मीडिया के एक उपयोगकर्ता ने कहा कि पद्म श्री से सम्मानित अदाकारा द्वारा कही गई ‘बेवकूफी भरी बातें हमारे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का सीधा अपमान है.’

कुछ लोगों ने कंगना को पद्म श्री सम्मान मिलने पर ही सवाल खड़ा किया है.


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