नई दिल्ली: न्यायमूर्ति आर भानुमति के रविवार को शीर्ष अदालत से सेवानिवृत हो जाने के बाद अब न्यायमूर्ति यू यू ललित उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम के नये और पांचवें सदस्य होंगे.
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस ए बोबड़े, न्यायमूर्ति एन वी रमना, न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा और न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन इस कॉलेजियम के सदस्य हैं. उच्चतम न्यायालय के पांच वरिष्ठतम न्यायाधीश कॉलेजियम के सदस्य होते हैं.
कॉलेजियम उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए नामों का चयन और संस्तुति करता है.
न्यायमूर्ति ललित को 13 अगस्त, 2014 को सीधे बार से उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था. न्यायमूर्ति बोबड़े अगले साल 23 अप्रैल को सेवानिवृत हो जायेंगे.
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न्यायमूर्ति भानुमति पिछले 14 सालों में न्यायमूर्ति रूमा पाल के बाद इस कॉलेजियम का हिस्सा रहने वाली दूसरी महिला थीं. उनका आखिरी कार्य दिवस 17 जुलाई था.
न्यायमूर्ति भानुमति की सेवानिवृति के बाद न्यायमूर्ति ललित शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के वरिष्ठता क्रम में पांचवें नंबर पर आ गये हैं और इस प्रकार वह स्वत: ही कॉलेजियम का हिस्सा बन जायेंगे.