नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में कहीं पर भी लोगों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है और कश्मीर में 20 फीसदी से थोड़ा ज्यादा और जम्मू में 100 प्रतिशत छात्रों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है.
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि 18 अक्टूबर तक 1,02,069 लैंडलाइन फोन कनेक्शन बहाल कर दिए गए हैं जबकि पिछले शुक्रवार तक 22 जिलों में 84 प्रतिशत मोबाइल फोन कनेक्शनों को चालू कर दिया गया है.
कश्मीर घाटी में लैंडलाइन कनेक्शन दो महीने पहले चालू कर दिए गए थे, जबकि 14 अक्टूबर को पोस्ट पेड मोबाइल कनेक्शन बहाल किए गए.
केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया था और राज्य का दो केंद्र शासित प्रदेशों में बंटवारा कर दिया था. इसके बाद राज्य में लोगों और गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी और फोन कनेक्शनों को बंद कर दिया गया था.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन की रिपोर्ट के हवाले से गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी में 20.13 फीसदी बच्चे स्कूल आ रहे हैं. जबकि जम्मू क्षेत्र में 100 प्रतिशत छात्र स्कूल आ रहे हैं. घाटी में शुक्रवार तक 86.3 प्रतिशत और जम्मू में 100 फीसदी शिक्षक स्कूल आ रहे थे.
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जम्मू कश्मीर में कुल 21,328 स्कूल खुल गए हैं जो कुल विद्यालयों का 98 फीसदी है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पिछले हफ्ते कक्षा पांचवीं से 12वीं तक के लिए साल के अंत की परीक्षाओं की घोषणा की थी. इसका मकसद स्कूलों में छात्रों की हाजिरी को बढ़ाना है.
अधिकारी ने बताया कि 202 में से किसी भी थानाक्षेत्र में कोई पाबंदी नहीं है, जबकि खाने का सामान, बच्चों के खाने का सामान, पेट्रोलियम उत्पाद जैसे जरूरी सामान पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 130 बड़े अस्पताल और 4,359 स्वास्थ्य केंद्र सामान्य तौर पर काम कर रहे हैं और रोजाना औसतन 600 ऑपरेशन हो रहे हैं तथा ओपीडी में 65,000 मरीजों को देखा जा रहा है.