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Saturday, 23 November, 2024
होमडिफेंसवीडियो में भारतीय सैनिक लद्दाख़ में चीनियों को चुनौती देते दिख रहे हैं, लेकिन सेना ने कहा ‘प्रामाणिकता नहीं’

वीडियो में भारतीय सैनिक लद्दाख़ में चीनियों को चुनौती देते दिख रहे हैं, लेकिन सेना ने कहा ‘प्रामाणिकता नहीं’

लद्दाख़ के पैंगॉन्ग झील क्षेत्र में चीनियों को डराने के लिए, भारतीय सैनिक एक वाहन की खिड़की पर रॉड्स और पत्थर मारते देखे जा सकते हैं.

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नई दिल्ली: रविवार को भारतीय सैनिकों का एक वीडियो सामने आया, जिसमें लद्दाख़ के पैंगॉन्ग क्षेत्र में, उन्हें चीनी सैनिकों के एक दल को चुनौती देते, और उनसे टकराते देखा जा सकता है. ये वीडियो कब का है इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है.

लेकिन सेना ने कहा कि ये वीडियो प्रामाणिक नहीं है, और इसे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव से जोड़ने के प्रयास दुर्भावपूर्ण हैं.

दो मिनट 45 सेकंड्स का वीडियो, जिसे दिप्रिंट ने देखा है, उसमें भारतीय सुरक्षा कर्मियों को चीनी सैनिकों के एक दल को, चुनौती देते देखा जा सकता है, जो अपना डॉन्गफेंग 4×4 वाहन भी लाए थे.

चीनियों को डराने के लिए, भारतीय सैनिक एक वाहन की खिड़की पर रॉड्स और पत्थर मारते देखे जा सकते हैं. वाहन की खिड़कियां साफतौर से बुलेट प्रूफ लगती हैं, क्योंकि वो टूटती नहीं हैं.

भारतीय सैनिकों के हाथ में कोई हथियार दिखाई नहीं दे रहे हैं. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आईटीबीपी और सेना, दोनों साझा गश्त करते हैं.

चीनी सैनिकों के पीछे हटते ही, ‘भारत माता की जय’ के नारे सुनाई पड़ते हैं.

एक सैनिक घायल अवस्था में ज़मीन पर पड़ा हुआ है, लेकिन उनकी पहचान नहीं हो रही.

लेकिन सेना ने कहा कि ये वीडियो प्रामाणिक नहीं है.

सेना ने एक बयान में कहा, ‘हमारे संज्ञान में लाया गया है कि सीमाओं की एक घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है. प्रचलित किए जा रहे वीडियो की सामग्री प्रामाणिक नहीं है. इसे उत्तरी सीमाओं की स्थिति के साथ जोड़ने का प्रयास दुर्भावपूर्ण है.’

बयान में ये भी कहा गया,’फिलहाल कोई हिंसा नहीं हो रही है.’

बयान में कहा गया कि विवाद को सुलझाने के लिए, सैनिक कमाण्डरों के बीच बातचीत की जा रही है, जो दो देशों की सीमाओं के प्रबंधन के लिए, तय किए गए प्रोटोकोल्स से निर्देशित हो रही है.

‘हम उन मुद्दों को सनसनीख़ेज़ बनाने के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करते हैं. मीडिया से अनुरोध है कि ऐसे विज़ुअल्स प्रसारित न करें, जो सीमा पर चल रहे मौजूदा हालात को ख़राब कर सकते हैं.’

अगस्त 2017 में, पैंगॉन्ग लेक एरिया में दोनों ओर के सैनिकों के बीच हुई एक झड़प के कुछ ही दिन बाद, एक वीडियो सामने आ गई थी.


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भारतीय सेना चाहती है यथास्थिति

जैसा कि दिप्रिंट ने 10 मई को ख़बर दी थी, 5 मई को पैंगॉन्ग झील के किनारे, भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक झड़प हुई थी, जिसमें दोनों ओर से कई सैनिक घायल हुए थे.

पहला क़दम चीन की ओर से उठाया गया, जिन्होंने पत्थरों और डंडों से भारतीय सैनिकों पर हमला किया. अचानक हमले से अचंभित रह गए भारतीय सैनिकों ने भी, पलट कर हमला किया.

हमले में कई भारतीय सैनिक घायल हो गए, जिनमें से पत्थरबाज़ी की वजह से, कई के सर में चोटें आईं.

हालांकि अधिकारिक रूप से झड़प ख़त्म हो गई, लेकिन जल्दी से वहां और सैनिकों को भेजा गया.

तब से पूर्वी लद्दाख़ में तनाव बना हुआ है. चीन ने एलएसी के उस पार कई जगहों पर अपने सैनिक बढ़ा दिए हैं, और वो फिंगर एरिया और बड़े हॉट स्प्रिंग एरिया में भी घुस आए हैं.

चीनियों ने अपने सैनिकों को उस सैनिक अभ्यास से हटाकर, जो उनकी साइड पर चल रहा था, गलवान घाटी में आगे के स्थानों पर लगा दिया.

भारतीयों ने भी इसके जवाब में तैनातियां की हैं, और जैसा कि दिप्रिंट ने पहले ख़बर दी थी, कम से कम चार जगहों पर आमने-सामने की स्थिति है.

हालांकि चीनियों ने अब ‘विवादों को सुलझाने’ की बात की है, लेकिन भारतीय सेना इंतज़ार में है कि वो अपनी बातों पर ज़मीन पर कब अमल करते हैं.

भारतीय सेना ने मांग की है चीन एलएसी पर यथा-पूर्व की स्थिति बनाए रखे.


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(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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