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Saturday, 20 April, 2024
होमदेश‘मैं नकारात्मकता में भरोसा नहीं करता’—आर्यन खान को क्लीन चिट के बाद ट्विटर से जुड़े असली समीर वानखेड़े

‘मैं नकारात्मकता में भरोसा नहीं करता’—आर्यन खान को क्लीन चिट के बाद ट्विटर से जुड़े असली समीर वानखेड़े

वानखेड़े पिछले साल एनसीबी के उस कथित ड्रग भंडाफोड़ मामले में प्रमुख जांच अधिकारी रहे हैं जिसमें आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था. उनका ताजा ट्वीट इस मामले में आर्यन खान को क्लीन चिट मिलने के दो दिन बाद आया है.

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मुंबई: एक ट्विटर अकाउंट, ‘swankhede_IRS’ से सोमवार को एक ट्वीट पोस्ट किया जिसमें लिखा था, ‘मैं नकारात्मक पर भरोसा नहीं करता क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं, तो कोई प्रगति नहीं होती है. आप आगे नहीं बढ़ पाते हैं.’

2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी और पिछले साल एक क्रूज पर कथित ड्रग भंडाफोड़ मामले—जिसमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया—में विवादास्पद जांच अधिकारी रहे समीर वानखेड़े के नाम पर कई फर्जी ट्विटर अकाउंट थे.

यही नहीं जब पिछले साल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक नियमित रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कथित ड्रग भंडाफोड़ की जांच में खामियां गिना रहे थे और वानखेड़े पर निशाना साध रहे थे, ट्विटर पर कई लोग इन फर्जी ट्विटर अकाउंट को यह मानकर सराह या नकार रहे थे कि ये वानखेड़े के असली अकाउंट हैं.

हालांकि, विशेष तौर पर यह ट्विटर हैंडल उनका है और ट्वीट किए जाने के समय को लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या यह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की तरफ से आर्यन खान को क्लीन चिट देने पर उनकी प्रतिक्रिया थी जो उसने कॉर्डेलिया मामले में दायर चार्जशीट में ‘पर्याप्त सबूतों’ के अभाव में दी है.

प्रेस से बातचीत में एनसीबी प्रमुख एस.एन. प्रधान ने कहा कि ड्रग्स को लेकर आर्यन खान की व्हाट्सएप चैट की कोई पुष्टि नहीं हो पा रही थी और प्रारंभिक जांच में ‘कमियां’ थीं.

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वानखेड़े ने दिप्रिंट को बताया कि उपरोक्त ट्विटर अकाउंट उनका असली अकाउंट है.

उन्होंने यह भी कहा, ‘लेकिन ट्वीट का इससे (चार्जशीट) कोई लेना-देना नहीं है. आप देखें तो मैं लगभग रोजाना ट्विटर पर मोटिवेशनल पोस्ट करता रहता हूं.’

वानखेड़े सितंबर 2020 से दिसंबर 2021 तक एनसीबी में प्रतिनियुक्ति पर थे जिसके बाद वे राजस्व खुफिया निदेशालय में लौट गए हैं.

मुख्य तौर पर मलिक की तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद एनसीबी ने कथित ड्रग्स भंडाफोड मामले में वानखेड़े को मुख्य जांच अधिकारी की भूमिका से हटा दिया था. एनसीबी ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का भी गठन किया था.


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‘29 फर्जी अकाउंट’

वानखेड़े ने बताया कि उन्होंने करीब एक महीने पहले औपचारिक तौर पर अपना ट्विटर अकाउंट बनाया है. वानखेड़े ने दिप्रिंट को बताया, ‘मेरे नाम पर कम से कम 29 फर्जी अकाउंट थे, जिनमें ‘मैं आज रात यहां छापे मारने वाला हूं’ जैसी बातें लिखी जा रही थीं.

उन्होंने बताया कि उन्होंने ट्विटर से शिकायत की थी और सभी फर्जी अकाउंट बंद करा दिए थे, लेकिन इस बात ने उन्हें सोशल मीडिया साइट से जुड़ने के लिए प्रेरित किया ताकि उनके नाम पर और फर्जी अकाउंट न बनें. उनका पहला ट्वीट 1 मई को महाराष्ट्र दिवस और मजदूर दिवस के मौके पर आया था.

उनके ‘मोटिवेशनल ट्वीट’ का सिलसिला 24 मई को शुरू हुआ और तब से उन्होंने कम से कम चार ऐसे ट्वीट किए हैं, जिनमें सोमवार को किया गया ट्वीट भी शामिल है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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