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Saturday, 4 May, 2024
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श्रीनगर में हिजबुल कमांडर सैफुल्लाह मीर मुठभेड़ में ढेर, मुठभेड़ के दौरान आतंकवादी गिरफ्तार

मीर को डॉ. सैफुल्लाह के रूप में भी जाना जाता है, उसने अपने रियाज नाइकू के बाद मई में हिजबुल की बागडोर संभाली थी.

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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के बाहरी हिस्से में रविवार को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर सैफुल्ला मीर को एक एनकाउंटर में मार गिराया गया है. जबकि दूसरे आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया.

31 साल के मीर को डॉ. सैफुल्लाह के रूप में भी जाना जाता है. उसने मई में रियाज नाइकू के बाद मई में आतंकवादी संगठन की बागडोर संभाली थी. नाइकू की हत्या पुलवामा जिले के बेघपोरा में उसके पैतृक गांव में हत्या कर दी गई थी.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यहां पुराने हवाई अड्डे के पास रंग्रेथ में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने पर सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी की और खोज अभियान चलाया.

उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल इलाके में तलाशी ले रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उनपर गोली चला दी. सुरक्षा बलों ने इसका जवाब दिया और मुठभेड़ शुरू हो गई.

अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक दहशतगर्द को मार गिराया गया है. उसकी पहचान हिज्बुल कमांडर सैफुल्लाह के तौर पर हुई है. कई आतंकी हमलों के सिलसिले में सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में थी.

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उन्होंने बताया कि मौके से अन्य आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोलाबारूद समेत आपत्तिजनक सामग्री मिली है.

पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ पुलवामा के मलंगपोरा गांव के निवासी मीर ने पुलवामा के इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा और श्रीनगर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से एक और डिग्री ली है. उसकी मेडिकल टेक्नोलॉजी में जानकारियों की वजह से उसे प्यार से ‘डॉक्टर’ भी बुलाते थे.

मीर ने 2014 में आतंकी रैंक हासिल किया और कमांडर बुरहान वानी के अंदर काम करने लगा. मीर ने बुरहान वानी के साथ एक फोटो भी ली थी जो सोशल मीडिया में वायरस हो गई थी.

इसी अधिकारी ने बताया,’ कमांडर बनने से पहले और बाद में भी मीर ने खुद को लो प्रोफाइल बनाए रखा.

रियाज नाइकू की हत्या के बाद, मीर ने लोगों को संबोधित करने के लिए केवल एक-दो ऑडियो नोट जारी किए थे, जो उसके पूर्व के कमांडरों के बिल्कुल विपरीत थे. वो अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का अधिक उपयोग करता था और सक्रिय था.’

(अजान जावेद के इनपुट्स के साथ)


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