नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में दो दिनों से जारी बारिश के बीच बृहस्पतिवार को एक सड़क का हिस्सा धंस गया जबकि कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और जलभराव के कारण यातायात थम सा गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है और छिट-पुट स्थानों पर भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की।
आज पूरे दिन हुई बारिश के कारण कई जगहों पर पानी भर गया जिसके कारण यातायात की गति कुछ ज्यादा ही धीमी हो गयी।
बारिश के कारण कैब और ऑटोरिक्शा के किराए में भी बहुत तेजी आयी।
दिल्ली नगर निगम को बारिश के कारण फतेहपुर बेरी, संगम विहार और टिकरी गांव में जलभराव की शिकायत मिली जबकि पेड़ उखड़ने की सात शिकायतें मिलीं।
दिल्ली यातायात पुलिस की हेल्पलाइन पर यातायात जाम से जुड़े 23 कॉल आए, जलभराव से जुड़े सात और पेड़ उखड़ने के संबंध में दो कॉल आए।
अधिकारियों ने बताया कि खजूरी चौक, गोयला डेयरी, यमुना ब्रिज, बाहरी रिंग रोड, पश्चिम विहार, रोहिणी सेक्टर-8, हनुमान मंदिर पूसा रोड, आजाद मार्केट, द्वारका फ्लाईओवर, धौला कुंआ से गुरुग्राम जाने वाले रास्ते पर यातायात जाम से जुड़े कॉल आए।
उन्होंने बताया कि एम्स फ्लाईओवर, राजधानी पार्क से मुंडका तक, निगमबोध धाट, मायापुरी फ्लाईओवर सहित अन्य जगहों से जलभराव की सूचना मिली।
उन्होंने बताया कि बुराड़ी और अबाई मार्ग से पेड़ उखड़ने की सूचना मिली।
दिल्ली यातायात पुलिस यातायात और जाम से जुड़ी ताजा सूचनाएं ट्विटर पर साझा कर रही है ताकि लोगों को मदद मिल सके।
यातायात पुलिस ने ट्वीट किया है, ‘‘महिपालपुर लाल बत्ती से महरौली जाते हुए जलभराव के कारण कैरिजवे पर यातायात प्रभावित है। जलभराव के कारण फिरनी रोड और नजफगढ़ में तूड़ा मंडी लाल बत्ती पर भी यातायात प्रभावित है।’’
एक ट्वीट में उसने कहा है, ‘‘मोती बाग जंक्शन से धौला कुंआ जाते हुए महात्मा गांधी मार्ग से बचें क्योंकि शांति निकेतन के पास जलभराव हो गया है।’’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धौला कुंआ से गुरुग्राम जाने के रास्ते में और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में सत्य निकेतन के पास भारी यातायात जाम रहा।
अधिकारी ने बताया कि सत्या निकेतन के पास सड़क धंसने के कारण चार में से महज दो लेन ही यातायात के काम आ रहे हैं।
यात्रियों ने भी ट्विटर पर शहर में जाम लगने की समस्या और उससे हो रही परेशानी के बारे में शिकायत की।
एक व्यक्ति ने लिखा है, ‘‘हमदर्द नगर से अंबेडकर नगर बस डिपो पर भयंकर जाम।’’
एक अन्य यूजर ने लिखा है, ‘‘भारी बारिश के कारण विभिन्न जगहो पर फंसे वाहन चालकों को दिशा दिखाने के लिए यातायात पुलिस का कोई कर्मी मौजूद नहीं है… द्वारका पालम फ्लाईओवर पर डीटीसी की एक बस खराब हो गई है… दोपहर करीब एक बजे, 45 मिनट तक जाम में फंसा रहा। अब द्वारका अंडरपास पर भी जलभराव, और 45 मिनट तक फंसा रहा।’’
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से मानसून की वापसी से ठीक पहले हुई ताजा बारिश से वर्षा में कमी (22 सितंबर की सुबह तक 46 फीसदी) को कुछ हद तक पूरा करने में मदद मिलेगी। इससे हवा भी साफ रहेगी और तापमान भी नियंत्रित रहेगा।
शहर में न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम चार बजे बजे 65 (संतोषजनक श्रेणी) दर्ज किया गया।
सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे (8:30) से शाम साढ़े पांच बजे (5:30) तक 31.2 मिली बारिश दर्ज की गई।
वहीं, पालम, लोधी रोड, रिज और आयानगर वेधाशालाओं में क्रमश: 56.5 मिमी, 27.4 मिमी, 16.8 मिमी और 45.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय, जफरपुर, नजफगढ़, पूसा व मयूर विहार में क्रमश: 16.5 मिमी, 18 मिमी, 29 मिमी, 24.5 मिमी और 25.5 मिमी बारिश हुई है।
सफदरजंग वेधशाला ने सितंबर में अब तक (बृहस्पतिवार सुबह तक) 58.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की है जबकि सामान्य स्तर 108.5 मिलीमीटर है। उत्तर पश्चिम भारत में अनुकूल मौसम प्रणाली नहीं रहने के कारण अगस्त में 41.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जो करीब 14 वर्षों में सबसे कम है।
दिल्ली में एक जून से 405.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य बारिश 621.7 मिलीमीटर से कम है।
आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि दक्षिण पश्चिम मानसून के लौटने की सामान्य तारीख 17 सितंबर है और यह सामान्य तारीख से तीन दिन बाद दक्षिण पश्चिम राजस्थान के कई हिस्सों और पास के कच्छ से लौट चुका है।
भाषा अर्पणा नरेश
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