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Thursday, 18 April, 2024
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महिला महापंचायत के लिए दिल्ली आ रहे किसान नेताओं, कार्यकर्ताओं को हरियाणा पुलिस ने हिरासत में लिया

पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को रविवार को हिरासत में लिया गया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि पिछली रात हरियाणा पुलिस ने समर्थकों को हिरासत में लेने के लिए अभियान चलाया था.

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चंडीगढ़: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों की महापंचायत के आह्वान पर रविवार को हरियाणा और पड़ोसी पंजाब के किसान नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को दिल्ली कूच करते समय कई स्थानों से हिरासत में लिया गया.

एक नाबालिग सहित सात महिला एथलीट्स ने सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाया है—हालांकि, सासंद का कहना है कि उनके आरोप ‘झूठे’ हैं.

अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (एआईडीडब्ल्यूए) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमती सांगवान, जो कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की महिला शाखा है, ने फोन पर दिप्रिंट से कहा कि शनिवार को दिल्ली पहुंचे कार्यकर्ताओं समेत रविवार को शहर की तरफ आने वाले कार्यकर्ताओं, सभी को पुलिस ने अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया था.

उन्होंने कहा, “मैं आपसे वसंत कुंज पुलिस स्टेशन से बात कर रही हूं, जहां मैं 30 से 40 अन्य लोगों के साथ हिरासत में हूं. मैं शनिवार शाम रोहतक से दिल्ली पहुंची. मैं जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया से बात कर रही थी जब पुलिस हम पर टूट पड़ी. हमें अलग-अलग जगहों पर ले जाने के बाद हममें से कुछ को यहां लाया गया है.”

इससे पहले दिन में दिप्रिंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैसे विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस ने महिला महापंचायत से पहले हिरासत में लिया, जो नए संसद भवन के पास होनी थी.

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इस बीच सांगवान ने आरोप लगाया कि शनिवार रात दिल्ली की ओर बढ़ रहे कई लोगों को बहादुरगढ़ के पास टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया. उन्होंने कहा कि कुछ अन्य लोगों को कथित तौर पर हरियाणा में एक ट्रेन से उठाया गया था, जब वे दिल्ली जा रहे थे.

सांगवान ने कहा, “उन्होंने मुझे सूचित किया है कि उन लोगों को रविवार दोपहर बहादुरगढ़ में छोड़ दिया गया.”

दिप्रिंट को जानकारी मिली है कि पंजाब के अधिकांश कार्यकर्ताओं को अंबाला में हिरासत में लिया गया था.

एक कारण यह हो सकता है कि हरियाणा का यह शहर पंजाब-दिल्ली मार्ग पर पड़ता है. कुछ अन्य को पंजाब-दिल्ली मार्ग पर हिरासत में लिए जाने की सूचना मिली थी, जो बहादुरगढ़ के पास टिकरी सीमा के जरिए दिल्ली जा रहे थे.

नाम न बताने की शर्त पर अंबाला में तैनात पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को फोन पर दिप्रिंट को बताया, “दिल्ली में रविवार के लिए महिला महापंचायत के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी. इसलिए हमारे पास दिल्ली की ओर जाने वालों को रोकने के लिए (राज्य सरकार से) निर्देश हैं.”

बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को समर्थन देने के लिए बड़ी संख्या में किसान संगठनों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने दिल्ली की ओर बढ़ना शुरू कर दिया, जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने शनिवार शाम पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी.


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‘हिरासत शनिवार रात से शुरू’

पंजाब के 200 से अधिक किसान, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, शनिवार से अंबाला के मंजी साहिब गुरुद्वारे में डेरा डाले हुए हैं, जहां उन्हें राष्ट्रीय राजधानी की यात्रा शुरू करने से पहले हिरासत में लिया गया था.

भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) के नेता राकेश बैंस ने दिप्रिंट से बात करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने शनिवार रात दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसान नेताओं को हिरासत में लेने के लिए एक अभियान चलाया. गुरनाम सिंह चरूनी को शनिवार देर रात कुरुक्षेत्र के पास से हिरासत में लिया गया. बैंस ने कहा कि जब उन्हें ले जाया जा रहा था, तो उन्होंने अपने समर्थकों से किसी भी सड़क को अवरुद्ध नहीं करने का आग्रह किया था.

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह ने आरोप लगाया, रोहतक में अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के नेताओं जय करण मंदोथी, राजिंदर सिंह और रोहताश सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की किसान शाखा अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव सुमित सिंह ने रविवार को दिप्रिंट से फोन पर बात करते हुए कहा कि उनके संगठन से जुड़े नेता शमशेर सिंह नंबरदार, ओम प्रकाश, कविता आर्य सहित अन्य को पुलिस ने राज्य के विभिन्न स्थानों से हिरासत में लिया था.

संगठन ने एक ट्वीट में यह भी कहा कि उसे रोहतक, हिसार, भिवानी, जींद, फतेहाबाद, सांपला और यमुनानगर से हिरासत में लिए जाने की खबरें मिली हैं.

हरियाणा की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सोनिया दुहान, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में तब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी राज्य के मंत्री संदीप सिंह को गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराने से रोका था, उन्हें भी पुलिस ने रविवार को रोहतक-दिल्ली हाईवे पर सांपला के पास से हिरासत में लिया था.

(संपादनः फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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