गोरखपुर,(उप्र), 22 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित किया और नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की। प्रदेश सरकार ने एक बयान में यह जानकारी दी।
कलश स्थापना से पहले मंदिर परिसर में पारंपरिक उत्साह और भक्ति के साथ भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया।
मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ के नेतृत्व में शोभायात्रा देवी दुर्गा के भक्तिमय जयकारों के बीच भीम सरोवर की ओर बढ़ी, जहां कलश में पवित्र जल भरा गया। सरोवर की परिक्रमा के बाद, शोभायात्रा शक्तिपीठ लौट आई।
बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने स्वयं जल से भरा कलश उठाया और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान वरुण का आह्वान करते हुए उसे गर्भगृह में स्थापित किया।
इसके बाद उन्होंने देवी दुर्गा, भगवान शिव और गुरु गोरखनाथ के दिव्य अस्त्र त्रिशूल की पूजा की, तत्पश्चात गौरी और गणेश की पूजा की।
बयान में कहा गया कि अनुष्ठान का समापन आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
भाषा जफर नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.