नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जी20 सम्मेलन का लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया. अनावरण के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज जो ये लोगो लॉन्च हुआ है, इसके निर्माण में भी देशवासियों की बहुत बड़ी भूमिका रही है. हमने लोगो के लिए देशवासियों से उनके बहुमूल्य सुझाव मांगे थे. आज वो सुझाव इतने बड़े वैश्विक आयोजन का चेहरा बन रहा है. इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है. हमने इसके जरिए संदेश दिया है कि युद्ध के लिए बुद्ध का संदेश है, हिंसा के प्रतिरोध में महात्मा गांधी के समाधान हैं.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आप कल्पना कर सकते हैं कि आजादी के इस अमृत काल में देश के सामने यह बहुत बड़ा अवसर आया है. ये हर भारतवासी के लिए गर्व की बात है, गौरव बढ़ाने वाली बात है. आज जब भारत जी20 की अध्यक्षता करने जा रहा है तो ये आयोजन हमारे लिए 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतिनिधित्व है.
प्रधानमंत्री ने कहा आज विश्व इलाज की जगह आरोग्य की तलाश कर रहा है. हमारा आयुर्वेद, हमारा योग, जिसे लेकर दुनिया में एक नया उत्साह और विश्वास है. हम उसके विस्तार के लिए एक वैश्विक व्यवस्था बना सकते हैं.
उन्होंने कहा कि, ‘कुछ दिनों बाद 1 दिसंबर से भारत जी20 की अध्यक्षता करेगा. भारत के लिए ये ऐतिहासिक अवसर है. जी20 ऐसे देशों का समूह है जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 85% GDP का प्रतिनिधित्व करता है. जी20 उन 20 देशों का समूह है जो विश्व के 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं. जी20 उन 20 देशों का समूह है जिसमें विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या समाहित है और अब भारत इस जी20 समूह का नेतृत्व और अध्यक्षता करने जा रहा है.’
2023 के जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा भारत
भारत अगले साल जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है. इस साल का जी20 शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया में 15 और 16 नवंबर को आयोजित किया जाएगा. दिसंबर से जी20 की अध्यक्षता भारत को मिलेगी. अपने अध्यक्षता में भारत जी20 सम्मेलन में नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित करेगा.
जी20 का गठन का उद्देश्य मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके उनकी वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना था. इसका गठन 1999 में हुआ था. जी20 देशों में पूरी दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी, दुनिया की जीडीपी का 80 प्रतिशत हिस्सा और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा आता है. इस समूह में भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया गणराज्य, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल है.