नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) भाकपा (माओवादी) ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के संयोजक और वरिष्ठ किसान नेता दर्शन पाल को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों और गुटबाजी’ को लेकर पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने नक्सलियों से कथित संबंध उजागर होने के बाद यह कदम उठाया है।
विभिन्न किसान संघों के समूह एसकेएम ने अब निरस्त हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक प्रदर्शन किया था। पाल क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष भी हैं।
भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति को सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित कर दिया था।
भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति ने हाल ही में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कॉमरेड जोसेफ (दर्शन पाल) और संजीत (अर्जुन प्रसाद सिंह) को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों और गुटबाजी ‘ के कारण उनकी सदस्यता रद्द करते हुए, उन्हें सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर पार्टी से ‘बर्खास्त’ करने की घोषणा की।
बयान में दावा किया गया है कि दोनों 1980 के दशक में क्रमशः पंजाब राज्य समिति सदस्य और बिहार राज्य समिति सदस्य के रूप में तत्कालीन भाकपा (माले) (पार्टी यूनिटी) में शामिल हुए थे।
इसमें कहा गया है, ‘बाद की प्रक्रिया में, भाकपा (माओवादी) का गठन हुआ और ये दोनों कॉमरेड इसमें शामिल हो गए और केंद्रीय समिति के मार्गदर्शन में जिम्मेदारियों के साथ काम करते रहे। 2014 में जब से जोसेफ को राज्य समिति में शामिल किया गया, तब से उनका काम पर पार्टी लाइन से हटकर निर्णय लेने की प्रवृत्ति हावी हो गई…।’’
बयान में दावा किया गया है कि 2016 में कॉमरेड बलराज की जेल से रिहाई के बाद, कॉमरेड जोसेफ और कॉमरेड संजीत ने उनके साथ मिलीभगत कर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हुए’ तथा पार्टी के संविधान और अनुशासन को तोड़ दिया।
इसमें कहा गया है, ‘‘जोसेफ ने कॉमरेड बलराज के नेतृत्व में पार्टी विरोधी समानांतर केंद्र की स्थापना की। 2021 में आयोजित केंद्रीय समिति की सातवीं बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार, पार्टी महासचिव द्वारा एक पत्र जारी किया गया था जिसमें उत्तरी क्षेत्र के राज्यों के सभी पार्टी कैडर को आगाह किया गया था।’
भाषा अविनाश माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.