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Monday, 6 May, 2024
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‘लड़खड़ाती दुनिया को भारत से उम्मीद’, विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन में भागवत बोले- हम सभी को बनाएंगे आर्य

विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन इस बार थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित हो रहा है. यह कार्यक्रम शुक्रवार को शुरू हुआ और 26 नवंबर को समाप्त होगा.

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नई दिल्ली: बैंकॉक में ‘विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन 2023’ को संबोधित करते हुए शुक्रवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, “भौतिक सुख के सभी साधनों पर कब्ज़ा पाने के लिए लोग एक-दूसरे से लड़ने और हावी होने की कोशिश करते हैं. हमने इसका अनुभव किया है.”

विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन इस बार थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित हो रहा है. इसमें भाग लेने पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का कहना है कि, “दुनिया एक एक परिवार है और हम सभी को ‘आर्य’ बनाएंगे.”

यह कार्यक्रम शुक्रवार को शुरू हुआ और 26 नवंबर को समाप्त होगा.

उन्होंने कहा कि, “विश्व एक परिवार है और हम सभी को ‘आर्य’ बनाएंगे. भौतिक सुख के सभी साधनों पर कब्ज़ा पाने के लिए लोग एक-दूसरे से लड़ने और हावी होने की कोशिश करते हैं. हमने इसका अनुभव किया है.”

मोहन भागवत आगे बोले, ‘कुछ महीने पहले, विश्व मुस्लिम परिषद के महासचिव भारत आए थे और वहां अपने भाषणों में उन्होंने कहा था कि अगर हम विश्व में शांति और सद्भाव चाहते हैं तो भारत के साथ जुड़ना आवश्यक है. इसलिए यह हमारा कर्तव्य है. यही कारण है कि हिंदू समाज अस्तित्व में आया.

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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आगे बोले कि, “आज की दुनिया लड़खड़ा रही है. 2,000 वर्षों से उन्होंने सुख, आनंद और शांति लाने के लिए कई प्रयोग किए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने भौतिकवाद, साम्यवाद और पूंजीवाद की कोशिश की है. और अब सब को भौतिक सुख मिल गया है लेकिन फिर भी लोग संतुष्टि नहीं है.”

उन्होंने कोविड़ काल में भारत कि भूमिका बताते हुए कहा कि, “आज भौतिक सुख सुविधाओं के बावजूद भी लोग खुश नहीं हैं. दुनिया ने कोविड काल के बाद पुनर्विचार शुरू कर दिया है. ऐसे में लगता है कि वे इस सोच में एकमत हैं कि भारत रास्ता दिखाएगा क्योंकि भारत पहले भी ऐसा कर चुका है. उन्हें भारत से उम्मीद है और वहीं हमारे समाज और राष्ट्र का भी यही उद्देश्य है.”

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को यहां थाईलैंड की राजधानी में विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन किया, और दुनिया भर में हिंदुओं के सामने आने वाले मुद्दों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श भी किया.


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