कुड्डालोर/चेन्नई, 25 अगस्त (भाषा) तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के विरुधाचलम तालुक के पूवनूर गांव में सोमवार को एक स्कूल वैन के रेल पटरी पार करते समय पलट जाने से उसमें सवार करीब आठ छात्र घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी।
यह फाटक एक इंटरलॉक्ड लेवल क्रॉसिंग है, जिसका अर्थ है कि जब तक फाटक बंद नहीं होता, ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी (ग्रीन सिग्नल) नहीं मिलती।
यह सेम्मनकुप्पम समपार फाटक से अलग है, जो जिले में स्थित एक गैर इंटरलॉक क्रॉसिंग है। वहां पर ट्रेन तब भी गुजर सकती है, जब फाटक खुला हो। इसी कारण से 8 जुलाई को एक दुखद हादसा हो गया। उस दिन एक स्कूल वैन फाटक पार कर रही थी, तभी ट्रेन ने टक्कर मार दी, जिससे वैन में सवार तीन स्कूली बच्चों की मौत हो गई।
सोमवार की दुर्घटना के लिए दक्षिण रेलवे ने निजी स्कूल वैन चालक की ‘‘लापरवाही’’ को जिम्मेदार ठहराया तथा कहा कि बच्चों को मामूली चोटें आयीं और रेलवे कर्मचारियों ने उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसे गिरफ्तार किया जा सकता है।
पुलिस के अनुसार, रेल फाटक पार करते समय वैन चालक ने गाड़ी पर से अपना नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन पलट गया। पुलिस के अनुसार, उस समय किसी ट्रेन के आने का समय नहीं था और ग्रामीण बच्चों को बचाने के लिए दौड़े और पलटे वाहन को सीधा किया।
दक्षिण रेलवे ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘रेल सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं क्योंकि समपार फाटक इंटरलॉक है। फाटक बंद होने के बाद ही सिग्नल हरा होता है। बाड़ के एक छोटे से हिस्से को छोड़कर, रेलवे की किसी भी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा है।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नियमों के अनुसार, समपार को सड़क यातायात के लिए खोल दिया गया है और दोनों तरफ के सिग्नल लाल बत्ती पर हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सड़क अच्छी स्थिति में है और स्पीड ब्रेकर और संकेतक भी लगे हुए हैं।
तिरुचिरापल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक बालक राम नेगी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया।
दक्षिण रेलवे की विज्ञप्ति में जनता से रेल फाटक पार करते समय सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा गया है कि ‘‘जनता की सुरक्षा भारतीय रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है।’’
भाषा अमित माधव
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