नई दिल्ली: बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तलब किया है और उनसे अवैध खनन मामले में चल रही जांच में पूछताछ के लिए तीन नवंबर को पेश होने को कहा है. एजेंसी ने सोरेन को सुबह 11.30 बजे तक झारखंड के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने को कहा है.
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत सोरेन से पूछताछ के साथ ही उनका बयान दर्ज करना चाहती है.
उधर, बुधवार को ही सोरेन ने केंद्र सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर राज्य के आदिवासी सीएम को कैसे परेशान किया जाये यही विपक्ष की सोच है. मुझे परेशान करने की कोशिश के पीछे एक ही उद्देश्य है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक को हक न मिले. जब राज्य के करोड़ो जन मानस का साथ हो तो इनकी कोई साजिश काम नहीं आयेगी.’
संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर राज्य के आदिवासी सीएम को कैसे परेशान किया जाये यही विपक्ष की सोच है। मुझे परेशान करने की कोशिश के पीछे एक ही उद्देश्य है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक को हक न मिले।
जब राज्य के करोड़ो जन मानस का साथ हो तो इनकी कोई साजिश काम नहीं आयेगी। pic.twitter.com/90wHhze4tu— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 2, 2022
ईडी ने इससे पहले सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य लोगों- स्थानीय बाहुबली बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को इस मामले में गिरफ्तार किया था.
एजेंसी ने कहा है कि उसने यह ‘पता कर लिया’ है कि राज्य में अवैध खनन से संबंधित अपराधों से मिले धन का लेन-देन किस माध्यम से किया गया.
ईडी ने अवैध खनन और जबरन वसूली की कथित घटनाओं से जुड़े मामले में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों से जुड़े 19 परिसरों पर छापा मारा था, जिसके बाद मामले की जांच आरंभ हुई.
ईडी ने रांची की एक विशेष अदालत के समक्ष मामले में आरोप पत्र दाखिल करने के बाद कहा था, ‘पीएमएलए जांच से खुलासा हुआ है कि पंकज मिश्रा, जिसे मुख्यमंत्री और बरहैट के विधायक का प्रतिनिधि होने के नाते राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, अपने सहयोगियों के माध्यम से साहिबगंज और उसके आसपास के क्षेत्रों में अवैध खनन कारोबार और क्षेत्रीय नौका परिवहन सेवाओं को नियंत्रित करता है.’
सोरेन झारखंड के साहिबगंज जिले की बरहैट विधानसभा सीट से विधायक हैं.
जांच एजेंसी ने कहा, ‘वह (मिश्रा) साहिबगंज में विभिन्न खनन स्थलों पर स्टोन चिप्स और बोल्डर के खनन के साथ-साथ विभिन्न क्रशर के संचालन से जुड़े मामलों में अच्छा-खासा नियंत्रण रखता है.’
ईडी के मुताबिक, धन शोधन से जुड़े इस मामले के सिलसिले में 47 तलाशी अभियान चलाए गए, जिनमें 5.34 करोड़ रुपये की नकदी, 13.32 करोड़ रुपये बैंक जमा राशि, 30 करोड़ रुपये मूल्य की नाव, पांच स्टोन क्रशर और दो ट्रक जब्त किए गए हैं.
जांच एजेंसी के अनुसार, छापेमारी में दो एके-47 राइफल भी बरामद की गई हैं, जिन्हें बाद में झारखंड पुलिस ने अपना बताया था.
भाषा के इनपुट से
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