नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के कोष में हेरफेर करने के आरोप में गुरुवार को फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक मलविंदर सिंह और रेलीगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सुनील गोधवानी को गिरफ्तार किया.
मामले से जुड़े वकील ने बताया कि ईडी ने तिहाड़ जेल में ही दोनों को अपनी हिरासत में लिया. दिल्ली पुलिस ने कथित घोटाले में मामला दर्ज कर दोनों गिरफ्तार किया था.
सिंह और गोधवानी को जेल के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा जहां पर ईडी हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग करेगा.
ईडी ने बताया कि दोनों पर धनशोधन का आरोप है जो धनशोधन निरोधक कानून की धारा तीन और चार के तहत संज्ञेय अपराध है.
बता दें कि बीते अक्टूबर माह में आईपीसी की धारा 409 (बैंकर द्वारा विश्वास का आपराधिक उल्लंघन), 420 (चीटिंग) और 120-बी (आपराधिक कांसपिरेसी) के तहत शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसमें मालविंदर मोहन सिंह, शिविंदर मोहन सिंह, सुनील गोधवानी के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे.
इसी साल अगस्त के शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांडरिंग से जुड़े मामले में मालविंदर और उनके भाई शिविंदर के घर पर छापा मारा था. यह छापा मनी लांडरिंग एक्ट के तहत दर्ज किए गए मामले के तुरंत बाद मारा गया था. जबकि पिछले साल फरवरी में दोनों भाई जो फोर्टिस हेल्थकेयर के भी निदेशक थे उन्होंने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था.