(किशोर द्विवेदी)
नोएडा, छह अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) के तीसरे चरण के विस्तार के लिए 2,053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करेगी। इसके लिए सरकार ने ‘सामाजिक प्रभाव आकलन’ (एसआईए) को अधिसूचना जारी की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (एनआईएएल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुण वीर सिंह ने कहा कि गौतम बुद्ध नगर की जेवर तहसील में 14 गांवों से कुल 1,888 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। यह एसआईए गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा 30 अगस्त तक पूरा किया जाना है।
अरुण वीर सिंह यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (येइडा) के भी सीईओ हैं।
उन्होंने कहा, “हवाई अड्डे के तीसरे चरण के विस्तार के तहत 2,053 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की अधिसूचना पिछले सप्ताह जारी की गई थी। पहले चरण के लिए 1,365 हेक्टेयर और दूसरे चरण में 1,334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।”
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हवाई अड्डे की विकास योजना के अनुसार, परियोजना के तीसरे चरण में तीन हवाई पट्टियां तैयार की जाएंगी। इसके अलावा पहले और दूसरे चरण के निर्माण के दौरान तीन हवाई पट्टियों का निर्माण होगा।’’
इस समय, हवाईअड्डे के निर्माण के पहले चरण का निर्माण कार्य जारी है और इसके अगले साल सितंबर तक वाणिज्यिक परिचालन के लिए पूरा होने की उम्मीद है।
स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएएल) दिल्ली से लगभग 75 किलोमीटर दूर हवाई अड्डे को विकसित कर रही है।
नोएडा हवाई अड्डे को चार चरणों में विकसित किया जा रहा है। तैयार होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा।
इसके लगभग 2040 के दशक के मध्य तक पूरा होने की संभावना है। यह पूर्ण रूप से तैयार होने के बाद लगभग 5,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में होगा। इसकी वार्षिक यात्री क्षमता 1.2 करोड़ होगी।
भाषा अनुराग अजय
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