नई दिल्ली, 21 मई (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय के तहत भारतीय चाय बोर्ड युवाओं को कौशल प्रदान करने और इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चाय का स्वाद पता लगाने (टी-टेस्टिंग) के लिए प्रमाणन पाठ्यक्रम शुरू करने की संभावना तलाशेगा। बुधवार को एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि ऐसे पाठ्यक्रम देश में ‘चाय साक्षरता’ को बढ़ावा देने में भी मदद करेंगे।
बर्थवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘चाय बोर्ड देश में चाय के स्वाद के लिए प्रमाणन पाठ्यक्रमों का एक केंद्र स्थापित करने को कदम उठा रहा है।’’
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे पाठ्यक्रम चाय का स्वाद पता लगाने के क्षेत्र में सुव्यवस्थित प्रशिक्षण प्रदान करेंगे क्योंकि यह उद्योग के लिए आवश्यक एक विशेष कौशल है। यह स्वाद बताने की प्रथाओं को मानकीकृत करने और युवा पेशेवरों को एक मान्यता प्राप्त योग्यता प्रदान करने में भी मदद करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे चाय पर्यटन को बढ़ावा देने में भी योगदान मिलेगा।’’
वित्त वर्ष 2024-25 में चाय का निर्यात इससे पिछले वित्त वर्ष के 83 करोड़ डॉलर से बढ़कर 92 करोड़ डॉलर हो गया। प्रमुख उत्पादक राज्यों में असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल शामिल हैं, जहाँ 81 प्रतिशत उत्पादन घरेलू स्तर पर खपत होता है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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