मुंबई, 18 नवंबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने मंगलवार को धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए एक राष्ट्रीय वित्तीय ग्रिड बनाने की वकालत की।
शेट्टी ने कहा कि इस प्रस्तावित ग्रिड में सभी महत्वपूर्ण वित्तीय तत्वों को शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसमें क्रेडिट ब्यूरो, धोखाधड़ी रजिस्ट्री, ई-केवाईसी सुविधाएं, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई), खाता एग्रीगेटर, और हाल ही में पेश किया गया यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (यूएलआई) भी शामिल हो सकता है।
उन्होंने पूछा, ‘‘क्या हम एक ऐसा राष्ट्रीय वित्तीय ग्रिड बना सकते हैं जो सभी जरूरी चीजों को आपस में जोड़ दे। यह ग्रिड एक अकेली खुली पहुंच वाली आधारभूत संरचना की परत होगी, जिसका फायदा पूरी प्रणाली को मिलेगा।’’
शेट्टी ने कहा कि यह धोखाधड़ी और जोखिम प्रबंधन के लिए एक साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा होगा।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) वित्तपोषण शिखर सम्मेलन में शेट्टी ने यह भी कहा कि इस क्षेत्र के प्रतिभागियों ने मिलकर ‘इंडियन डिजिटल पेमेंट इंटेलिजेंस कॉरपोरेशन’ नामक एक गैर-लाभकारी संस्था का गठन किया है, जो ग्राहक सुरक्षा के अंतिम उद्देश्य के साथ वित्तीय क्षेत्र के प्रतिभागियों को वास्तविक समय का डेटा प्रदान करने के लिए एक साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा है।
भाषा योगेश अजय
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