scorecardresearch
Sunday, 22 September, 2024
होमदेशअर्थजगतलाल सागर संकट: वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से निर्यातकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने को कहा

लाल सागर संकट: वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से निर्यातकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने को कहा

Text Size:

(कुमार दीपांकर)

नयी दिल्ली, आठ फरवरी (भाषा) लाल सागर संकट के कारण समस्याओं का सामना कर रहे निर्यातकों के वित्त और बीमा संबंधी मामलों को संवेदनशीलता के साथ निपटाने की जरूरत है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों से यह अपील की है।

उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘लाल सागर संकट के मद्देनजर, हमने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों से इस समस्या पर विचार करने को कहा है, क्योंकि जहाज लंबा रास्ता अपना रहे हैं, जिसके चलते व्यापार वित्त की मांग बढ़ रही है और बीमा लागत में वृद्धि हो रही है।”

उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में बैंकों को इन मामलों को संवेदनशीलता के साथ निपटाना चाहिए और उन्हें अपनी सेवाओं से वंचित नहीं करना चाहिए।

जोशी ने कहा कि व्यापार वित्तपोषण और बीमा की जरूरत को संवेदनशीलता के साथ निपटाया जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में स्थिति का जायजा लेने के लिए वाणिज्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय अंतर-मंत्रालयी समिति की बैठक बृहस्पतिवार को हो रही है।

लाल सागर जलडमरूमध्य वैश्विक कंटेनर यातायात के 30 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 12 प्रतिशत हिस्से के लिए महत्वपूर्ण है। यूरोप के साथ भारत का लगभग 80 प्रतिशत व्यापार इसी रास्ते से होकर गुजरता है।

जोशी ने बैंकों से व्यापार में आने वाली समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए वाणिज्य विभाग और निर्यात संवर्धन परिषदों के साथ मिलकर काम करने का अनुरोध भी किया।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments