scorecardresearch
Thursday, 13 March, 2025
होमदेशअर्थजगतपचपदरा रिफाइनरी परियोजना से पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का केंद्र बनेगा राजस्‍थान: गहलोत

पचपदरा रिफाइनरी परियोजना से पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का केंद्र बनेगा राजस्‍थान: गहलोत

Text Size:

जयपुर, दो जून (भाषा) राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पचपदरा (बाड़मेर) रिफाइनरी से वाणिज्यिक उत्पादन अगले साल के आख‍िर तक शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि पूरे देश के लिए इस महत्वाकांक्षी परियोजना से राजस्थान पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का केंद्र बनेगा।

गहलोत ने शुक्रवार को बाड़मेर के पचपदरा स्थित एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) परियोजना की समीक्षा बैठक की।

इसमें उन्होंने कहा कि पचपदरा रिफाइनरी राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह ऐसी पहली रिफाइनरी है, जहां तेल शोधन के साथ पेट्रोलियम सह-उत्पादों के निर्माण के लिए पेट्रो-केमिकल कॉम्पलेक्स एक साथ विकसित होंगे। इस परियोजना से राजस्थान पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का केंद्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि यहां सुनियोजित निवेश से स्थानीय लोगों को रोजगार और राज्य को राजस्व मिलेगा। साथ ही विभिन्न उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं पैदा होंगी।

आधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में गहलोत ने कहा कि 31 दिसंबर 2024 से पहले ही वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने से विकास की गति बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि यह हमारा ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ है। राजस्थान रिफाइनरी से विशेषकर पश्चिमी क्षेत्र के लोगों का एक बड़ा सपना साकार होगा। प्रदेश आर्थिक विकास में नए आयाम स्थापित करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में वर्ष 2013 में शिलान्यास के बाद विभिन्न कारणों से कार्यों पर प्रतिकूल असर पड़ा। वर्ष 2013 में यह 37,229 करोड़ रुपए, वर्ष 2017 में 43,129 और अब 72,937 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजना हो गई है। इसके बावजूद खुशी है कि क्षेत्र की जनता के संघर्ष और हमारी सरकार की कोशिशों से परियोजना ने अब गति पकड़ी है।

गहलोत ने नवीनतम तकनीक युक्त इस परियोजना के आसपास औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के कार्यों में गति लाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिफाइनरी परियोजना को गति देने के लिए केंद्र सरकार जोधपुर से पचपदरा व बाड़मेर तक 6 लेन की सड़क का निर्माण कराए। इसे अमृतसर-जामनगर (भारतमाला परियोजना) से जोड़े।

एचपीसीएल ने बताया कि वर्तमान में 72,937 करोड़ रुपए की इस परियोजना का ‘मैकेनिकल’ कार्य मई, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रिफाइनरी इकाइयों का लगभग 80 प्रतिशत निर्माण कार्य हो चुका है। अभी 25 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है।

भाषा पृथ्‍वी कुंज

राजकुमार रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments