(गुरदीप सिंह)
सिंगापुर, नौ अप्रैल (भाषा) सिंगापुर उच्च न्यायालय की तरफ से नियुक्त एक परिसमापक एक भारतीय शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी से जुड़े मामलों और संपत्तियों के विनिवेश की जांच कर रहा है। यह कंपनी गुरुग्राम स्थित उस कंपनी से जुड़ी है जिसकी संपत्तियां भारत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुर्क की हुई हैं।
पिछले महीने ईडी ने धनशोधन निरोधक कानून पीएमएलए के तहत गुरुग्राम की कंपनी एडुकॉम्प प्रोफेशनल एजुकेशन लिमिटेड की 90.31 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की हैं। यह कार्रवाई कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में की गई है।
सिंगापुर के परिसमापक वोंग जू वान ने शनिवार को कहा कि वह 30 जून 2017 से एडुकॉम्प एशिया पेसिफिक की कुछ संपत्तियों के कथित विनिवेश मामले की जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही भारतीय स्टेट बैंक और ओसीबीसी बैंक ऑफ सिंगापुर में स्थित कंपनी खातों में हुए लेनदेन की भी पड़ताल चल रही है।
एडुकॉम्प एशिया पैसिफिक के कर्जदाताओं रैफल्स एजुकेशन इंवेस्टमेंट इंडिया और रैफल्स डिजाइन इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की अर्जी पर यह जांच की जा रही है।
वोंग ने कहा कि वह कर्ज की सही राशि का निर्धारण करने के लिए कई तरह की जांच कर रहे हैं। इनमें अमेरिकी कंपनी लर्निंग इंटरनेट इंक के अंकित मूल्य के लिए 3.47 करोड़ सिंगापुर डॉलर का लेनदेन भी शामिल है। यह एडुकॉम्प एशिया पैसिफिक की ही एक सहयोगी कंपनी है।
भाषा मानसी प्रेम
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