नयी दिल्ली, 27 फरवरी (भाषा) एयर इंडिया में व्यापक संभावनाएं हैं और समूह को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनाने के प्रयास जारी हैं। एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को यह बात कही।
विल्सन ने मीडिया को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए कहा कि एयर इंडिया के साथ विस्तार के एकीकरण की प्रक्रिया जारी है और अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी का इंतजार है।
विल्सन ने कहा कि हाल के समय में उड़ान के दौरान यात्रियों के खराब बर्ताव की घटनाओं के बाद एयरलाइन ने अपनी शराब पिलाने की नीति में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन ने इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा, ‘किसी यात्री के नशे में होने की पहचान के लिए शराब नीति में इस तरह की घटनाओं की जानकारी और कार्रवाई को लेकर बदलाव किए गए हैं। लगभग रोज इस तरह के मामले आते हैं। इसकी वजह यह है कि यात्री ने विमान में सवार होने से पहले ही शराब पी होती है। अब इस तरह के मामलों की अधिक जानकारी दी जा रही है। हम ऐसे मामलों में सख्त कदम उठा रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि इसके अलावा एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया) के एकीकरण की प्रक्रिया भी चल रही है।
उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के पास अपार क्षमता और अभूतपूर्व अवसर हैं। समूह एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने पर काम कर रहा है। एयर इंडिया ने 14 फरवरी को 470 विमानों के लिए ऑर्डर देने की घोषणा की। इसमें से 70 बड़े आकार के विमान हैं।
विल्सन ने कहा कि इसका वित्तपोषण विभिन्न स्रोतों से किया जाएगा। टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था।
एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। इसके साथ ही उसके पास 370 और विमानों को खरीदने का विकल्प भी है।
इस बारे में विल्सन ने कहा कि 370 और विमानों को खरीदने के विकल्प के लिए कोई समयसीमा नहीं है। हम बाजार का आकलन करेंगे और उसके बाद ही इस बारे में कोई कदम उठाया जाएगा।
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