नयी दिल्ली, 14 फरवरी (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने कहा है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण को कथित तौर पर मार्गदर्शन देने वाले ‘आध्यात्मिक गुरु’ की दिलचस्पी उनके केश संवारने के तरीके में थी, उनको गाने भेजते थे और उनके साथ सेशेल्स की सैर पर भी गए थे।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के एक आदेश में यह दावा किया गया है। हालांकि सेबी का यह बयान चित्रा के उस दावे के ठीक उलट है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके आध्यात्मिक गुरु एक ‘सिद्ध-पुरुष’ या ‘परमहंस’ हैं और उनका कोई भौतिक शरीर नहीं है। उन्होंने अपने गुरु को इच्छा के हिसाब से शरीर धारण करने की शक्ति से लैस भी बताया था।
सेबी ने गत शुक्रवार को एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी चित्रा के खिलाफ जारी आदेश में कहा कि आनंद सुब्रमण्यम को मुख्य रणनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त करते समय अनियमितता बरती गई थी।
सेबी ने ‘अज्ञात व्यक्ति’ और चित्रा के बीच ई-मेल पर हुए वार्तालाप और दर्ज कराए गए बयान के आधार पर कहा है कि ‘अज्ञात व्यक्ति’ और चित्रा के बीच वर्ष 2015 में कई बार मुलाकात हुई थी।
हालांकि चित्रा ने इस अज्ञात व्यक्ति की पहचान जाहिर करने से मना कर दिया और वह उसे लगातार आध्यात्मिक शक्ति बताती रही हैं।
लेकिन सेबी ने अपनी टिप्पणी में कहा, ‘सभी ई-मेल के ब्योरे में गए बगैर यह साफ है कि इस अज्ञात व्यक्ति का एक भौतिक रूप है और वह चित्रा रामकृष्ण के साथ छुट्टियां मनाने भी गया था।’
अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी एवं सीईओ पर रहीं चित्रा कथित तौर पर हिमालय में रहने वाले इस योगी को ‘शिरोमणि’ कहकर बुलाती रही हैं। सेबी के मुताबिक, चित्रा ने अप्रैल 2018 में दिए अपने बयान में कहा था कि दिल्ली के स्वामीमलाई मंदिर में इस शख्स ने उनकी मुलाकात हुई थी।
दोनों के बीच हुई ई-मेल के आदान-प्रदान पर गौर करने से यह भी पता चला कि इस आध्यात्मिक गुरु की चित्रा के केश-विन्यास में भी रुचि थी। इसके अलावा उस गुरु ने एक ई-मेल में एक गाने का भी जिक्र किया था।
सेबी के मुताबिक, इस आध्यात्मिक गुरु ने एनएसई की पूर्व मुखिया के सामने सेशेल्स की यात्रा पर चलने की पेशकश भी की थी।
भाषा प्रेम रमण
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