नयी दिल्ली, एक जून (भाषा) एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने अगले पांच साल में मेट्रो विस्तार सहित भारत के शहरी बदलाव के लिए 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक की प्रतिबद्धता जताई है। एडीबी के अध्यक्ष मासातो कांडा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने शनिवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘शहर वृद्धि के इंजन हैं… एडीबी पूंजी जुटाएगा, वितरण में तेजी लाएगा और ऐसे समाधान को बढ़ावा देगा, जो भारत की शहरी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएंगे और 2047 तक विकसित भारत की दिशा में बढ़ने के लिए लोगों की मदद करेंगे।’’
एडीबी ने बयान में कहा कि परिवर्तन योजना में सॉवरेन ऋण, निजी क्षेत्र का वित्तपोषण और तीसरे पक्ष की पूंजी शामिल है।
इस पहल में शहरी चुनौती कोष (यूसीएफ) अग्रणी है, जिसे एडीबी शहरी बुनियादी ढांचे के लिए निजी निवेश आकर्षित करने के लिए समर्थन दे रहा है।
भारत के 100 शहरों में विकास केंद्रों, रचनात्मक शहरी पुनर्विकास और पानी तथा स्वच्छता उन्नयन पर विश्लेषणात्मक कार्य यूसीएफ के लिए आधार तैयार कर रहे हैं।
एडीबी ने कहा कि उसने पात्र परियोजनाओं को तैयार करने और राज्यों तथा शहरी स्थानीय निकायों की क्षमता को मजबूत करने के लिए तकनीकी सहायता में 30 लाख डॉलर की प्रतिबद्धता जताई है।
कांडा ने एडीबी समर्थित दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस गलियारे का दौरा किया और उन महिलाओं से बात की जिनकी आजीविका परियोजना से जुड़े प्रशिक्षण के माध्यम से बेहतर हुई है।
भाषा पाण्डेय अजय
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