नयी दिल्ली, नौ अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे पांच राज्यों के कुछ इलाकों में सीएनजी की खुदरा बिक्री और घरों तक पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति के लिए 21 बोलियां लगाई गई हैं।
तेल एवं गैस नियामक पीएनजीआरबी ने एक बयान में कहा कि पांच राज्यों में फैले 27 जिलों में सीएनजी बिक्री एवं पीएनजी आपूर्ति के लिए आमंत्रित की गई बोलियों में छह अप्रैल तक 21 बोलियां आई हैं। ये बोलियां सात कंपनियों ने लगाई हैं और हरेक क्षेत्र में एक से अधिक बोलियां लगाई गई हैं।
हालांकि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने बोली प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाली फर्मों के नाम का खुलासा नहीं किया है।
पीएनजीआरबी ने 11ए बोली दौर में पांच भौगोलिक क्षेत्रों में वाहनों को सीएनजी की खुदरा बिक्री और घरों तक पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। बाद में इस प्रक्रिया में पुडुचेरी के यनम के रूप में छठे भौगोलिक क्षेत्र को भी जोड़ा गया है जिसके लिए 10 मई तक बोली लगाई जा सकती है।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों को इस बोली दौर में शामिल किया गया है। इसके अलावा बिहार के बांका और झारखंड के दुमका, गोड्डा एवं साहिबगंज जिले भी इसका हिस्सा हैं। वहीं पश्चिम बंगाल के बीरभूम, मुर्शिदाबाद, मालदा एवं दक्षिण दिनाजपुर जिले भी इस दौर में शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के कोरिया, सूरजपूर, बलरामपुर एवं सरगुजा को एक भौगोलिक क्षेत्र बनाया गया है जबकि कोंडगांव, बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर एवं दंतेवाड़ा जिलों को दूसरे भौगोलिक क्षेत्र में जगह दी गई है।
पीएनजीआरबी ने कहा कि बोली के इस दौर के पूरा हो जाने के बाद देश की कुल 98 फीसदी आबादी तक सीजीडी नेटवर्क के विकास का रास्ता तैयार हो जाएगा।
भाषा प्रेम मानसी
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